बिना आॅक्सीजन महीनों जिंदा रह सकती है ये FISH
डिजिटल डेस्क, लंदन। गोल्डफिश महीनों तक बिना आॅक्सीजन के जीवित रह सकती हैं। सुनकर आश्चर्य हुआ लेकिन ये सच है। वैज्ञानिकों के एक समूह ने गोल्डफिश को लेकर चौंकाने वाला खुलासा किया है...
लैक्टिक एसिड
दरअसल, ओस्लो विश्वविद्यालय और लिवरपूल विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों का कहना है कि जमा देने वाली सर्दी में जब जलाशय की ऊपरी सतह बर्फ बन जाती है और उसके नीचे पानी में आॅक्सीजन की कमी होने लगती हैए तब ये गोल्डफिश अपने शरीर में पैदा होने वाले लैक्टिक एसिड को इथेनॉल में बदलना शुरू कर देती हैं।
जीवन रक्षक कवच
वैज्ञानिकों के अनुसार भीषण सर्दी में जब जलाशय जम जाते हैं तो उनमें रहने वाली मछलियां इसी के जरिए ऑक्सीजन की कमी से खुद को बचाती हैं। मछलियों में इस काम के लिए अद्भुत क्षमता होती है। जिसका ये पूरा प्रयोग करती हैं। इससे सर्दीकाल में इनके जीवन की रक्षा होती है। लैक्टिक एसिड गोल्डफिश के लिए जीवन रक्षक कवच की तरह काम करता है।
Created On :   16 Aug 2017 11:55 AM IST