मौसम के अनुसार रंग बदलत है यह पेड़, जानिए क्या है खासियत
डिजिटल डेस्क,गोंदिया। रंग बदलने की बात निकले तो गिरगिट का ही नाम पहले लिया जाता है लेकिन जिले के नागझिरा अभयारण्य से सटे शंभुटोली जंगल में एक ऐसा वृक्ष पाया गया है, जो मौसम के साथ अपना रंग बदलता है। इस जादुई पेड़ का नाम "करू" बताया गया है। यह वृक्ष गर्मी के मौसम में सफेद, बारिश में गुलाबी व सर्दी के मौसम में हरा हो जाता है। इस संदर्भ में वनविभाग की ओर जानकारी दी गई कि जिले के जंगलों में ऐसे अनेक वृक्ष हैं।
जो अपने आप में अलग पहचान रखते हैं। नागझिरा अभयारण्य में दुर्लभ पौधे व वृक्ष पाए जा रहे हैं, जिनमें औषधीय गुण है। इनमें से ऐसा एक पेड़ है, जो मौसम के साथ अपना रंग बदलता है जिसका नाम है करू। यह वृक्ष गोरेगांव वनपरिक्षेत्र अंतर्गत नागझिरा अभयारण्य से सटे हीरापुर ग्राम के उपग्राम शंभूटोली के जंगल में पाया गया है। इस तरह के वृक्ष अभयारण्य एवं जंगलों में कम ही पाए जाते हैं। करू नामक प्रजाति के वृक्ष दुर्लभ होने से उसकी पहचान करना सामान्य लोगों के लिए असंभव है।
औषधीय गुणों से है भरपूर
यह वृक्ष औषधियुक्त है। इस वृक्ष की गोंद का उपयोग कैप्सुल के कवर के लिए किया जाता है। इसका फल स्वादिष्ट होने से खाने में भी उपयोग किया जाता है। विशालकाय पेड़ होने से पक्षी अपना बसेरा भी इन वृक्षों पर बनाते है। सबसे अदभुत बात यह सामने आई कि यह पेड़ किसी जादुई पेड़ से कम नहीं है। गर्मी के मौसम में सफेद, बारिश में गुलाबी एवं सर्दी के मौसम में हरा हो जाता है। इस लिए इस पेड़ को जादुई पेड़ भी कहा जा रहा है। जिसका संवर्धन करना बहुत ही आवश्यक हो गया है। इस तरह के पौधों का रोपण कर लगाए तो पर्यावरण को संतुलित किया जा सकता है और मेडिसिन के लिए भी वृक्ष उपलब्ध किया जा सकता है।
जिलाधीश ने किया निरीक्षण
जिलाधिकारी अभिमन्यु काले पर्यावरण के प्रति काफी सजग हैं। इस वृक्ष की जानकारी मिलते ही वे शंभुटोली जंगल क्षेत्र पहुंच गए। उन्होंने ही इस पेड़ की पहचान कर जानकारी दी । इस प्रजाति के पेड़ों का संवर्धन करने के लिए जिले के विभिन्न स्थानों पर करू प्रजाति के पौधों का रोपण करने की जानकारी भी उन्होंने इस दौरान दी है। उनके साथ डीएफओ एस. युवराज, एसीएफ शेंडे, वन परिक्षेत्र अधिकारी एस.एम. जाधव, सहायक क्षेत्राधिकारी भलावी एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं प्रतिनिधि उपस्थित थे।
Created On :   9 May 2018 2:54 PM IST