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- The first railway station in the country, which is operated by women
दैनिक भास्कर हिंदी: देश का ऐसा पहला रेलवे स्टेशन, जिसे संचालित करने का जिम्मा सिर्फ महिलाओं पर
डिजिटल डेस्क। आमतौर पर रेलवे में नौकरी करने वालों में पुरुषों की संख्या ज्यादा होती हैं, लेकिन जयपुर से दिल्ली के रास्ते में पड़ने वाला एक स्टेशन ऐसा भी है, जो कहने को तो छोटा सा है, लेकिन बेहद साफ और स्वच्छ है। यह स्टेशन अपनी एक अनोखी पहल के लिए काफी चर्चित है। वो यह है कि यहां के उत्तर पश्चिमी रेलवे स्टेशन में हर पोस्ट पर महिला कर्मचारी की नियुक्ति की गई है। यह स्टेशन देश का पहला ऐसा स्टेशन बन गया है, जहां सभी पोस्ट पर महिला कर्मचारी नौकरी पर रही हैं।
यह स्टेशन मुख्य लाइन का ऐसा पहला स्टेशन है, जहां केवल महिलाएं ही सभी कामों संचालित करती हैं। गांधी नगर पर स्टेशन अधीक्षक से लेकर मुख्य टिकट कलेक्टर तक, स्टेशन मास्टर से लेकर टिकट रिजर्वेशन तक सभी छोटे-बड़े पदों पर महिलाओं को नियुक्त किया गया है। यहां प्रतिदिन लगभग 7000 यात्रियों का आना-जाना होता है। स्टेशन से प्रतिदिन करीब 50 ट्रेने निकतली हैं और इनमें से 25 स्टेशन पर रुकती भी हैं।
यहां आने-जाने वाले लोग हरी झंडी दिखाने वाली गार्ड से लेकर टिकट चेकर और सफाई कर्मियों के रुप में महिलाओं को देखकर आश्चर्यचकित भी होते हैं और खुश भी। यहां की महिला कर्मचारी पूरी मुस्तैदी के साथ अपना काम करती नजर आती हैं।
संयुक्त राष्ट्र ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो साझा किया है जिसमें गांधी नगर रेलवे स्टेशन के बारे में सारी जानकारी देते हुए कहा गया है कि यहां 40 से अधिक महिला कर्मचारी हैं जो पुरुषों से अधिक कारगर तरीके से अपने काम की जिम्मेदारी को निभाती हैं। साथ ही ये भी बताया गया है कि महिला कर्मचारियों के स्टेशन संभालने के बाद यहां की सफाई व्यवस्था और अनुशासन व्यवस्था और भी बेहतर हुई है।
वैसे तो मुंबई का माटुंगा उपनगरीय स्टेशन भी महिलाओं दूारा संचालित किया जाता है, लेकिन गांधी नगर मुख्य लाइन का ये पहला स्टेशन है, जिसकी संचालन व्यवस्था की जिम्मेदारी पूरी तरह से महिलाएं संभाल रही हैं। जिसके लिए हाल ही में संयुक्त राष्ट्र ने महिलाओं के सशक्तीकरण की दिशा में इसे एक मील का पत्थर भी बताया है।
आईसेक्ट ग्रुप भोपाल: आईसेक्ट द्वारा ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट विषय पर विशेष ट्रेनिंग सेशन आयोजित
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आईसेक्ट के एचआर एवं लर्निंग एंड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट द्वारा एम्पलॉइज के लिए ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट पर एक विशेष ट्रेनिंग सेशन का आयोजन किया गया। इसमें यूनाइटेड किंगडम के कॉर्पोरेट इंटरनेशनल ट्रेनर जुबेर अली द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसमें उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को अपने अनुभवों, डेमोंस्ट्रेशन, वीडियो, स्लाइड शो के माध्यम से नई स्किल्स को प्राप्त करने और अपनी पर्सनेलिटी को बेहतर बनाने के तरीके बताए। साथ ही उन्होंने पर्सनेलिटी डेवलपमेंट और अपस्किलिंग के महत्व पर बात की और बताया कि करियर ग्रोथ के लिए यह कितना आवश्यक है। इस दौरान उन्होंने सफलता के लिए नौ सक्सेस मंत्र भी दिए। इस दौरान कार्यक्रम में एचआर कंसल्टेंट डी.सी मसूरकर और अल नूर ट्रस्ट के सदस्य उपस्थित रहे।
इस पहल पर बात करते हुए आईसेक्ट के निदेशक सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने कहा कि आईसेक्ट कौशल विकास के महत्व को समझता है इसी कारण अपने एम्पलॉइज की अपस्किलिंग के लिए लगातार विभिन्न प्रशिक्षण सेशन का आयोजन करता है। इसी कड़ी में ग्लोबल पर्सनेल डेवलपमेंट पर यह ट्रेनिंग सेशन भी एक कदम है।
स्कोप कैम्पस: खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली भीमबेटका, ओबेदुल्लागंज, मंडीदीप, भोजपुर होते हुए पहुंची रबीन्द्रनाथ नाथ टैगोर विश्वविद्यालय और स्कोप कैम्पस
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय और खेल एवं युवा कल्याण विभाग रायसेन के संयुक्त तत्वावधान में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली आयोजित की गई। यह यात्रा होशंगाबाद से पर्वतारोही भगवान सिंह भीमबेटका लेकर पहुंचे। फिर भीमबेटका से रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने मशाल लेकर ओबेदुल्लागंज की ओर प्रस्थान किया। ओबेदुल्लागंज में रैली का स्वागत किया गया। साथ ही ओबेदुल्लागंज में मशाल यात्रा को विभिन्न स्थानों पर घुमाया गया। तत्पश्चात यात्रा ने मंडीदीप की ओर प्रस्थान किया। मंडीदीप में यात्रा का स्वागत माननीय श्री सुरेंद्र पटवा जी, भोजपुर विधायक ने किया। अपने वक्तव्य में उन्होंने खेलों को बढ़ावा देने के लिए मप्र सरकार द्वारा की जा रही पहलों की जानकारी दी और युवाओं को खेलों को जीवन में अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके अलावा खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 में खिलाड़ियों को जीत के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने खेलों इंडिया यूथ गेम्स के आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों को रेखांकित किया।
साथ ही कार्यक्रम में रायसेन के डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर श्री जलज चतुर्वेदी ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला और खेलों इंडिया यूथ गेम्स के खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं। यहां से धावकों ने मशाल को संभाला और दौड़ते हुए भोजपुर मंदिर तक पहुंचे। मंदिर से फिर यात्रा रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय तक पहुंचती और यहां यात्रा का डीन एकेडमिक डॉ. संजीव गुप्ता द्वारा और उपकुलसचिव श्री समीर चौधरी, उपकुलसचिव अनिल तिवारी, उपकुलसचिव ऋत्विक चौबे और स्पोर्ट्स ऑफिसर सतीश अहिरवार द्वारा भव्य स्वागत किया जाता है। मशाल का विश्वविद्यालय में भी भ्रमण कराया गया। यहां से यात्रा स्कोप कैम्पस की ओर प्रस्थान करती है। स्कोप कैम्पस में स्कोप इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. डी.एस. राघव और सेक्ट कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सत्येंद्र खरे ने स्वागत किया और संबोधित किया। यहां से मशाल को खेल एवं युवा कल्याण विभाग के उपसंचालक जोश चाको को सौंपा गया।