तलोजा जेल में बंद आदिवासी अधिकार कार्यकर्ता स्वामी को नहीं दी जा रही सुविधा, NHRC से हस्तक्षेप की मांग
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। द नेशनल प्लेटफॉर्म फॉर दी राइट्स ऑफ डिसएबल्ड (एनपीआरडी) ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) से गुहार लगाई है कि महाराष्ट्र की तलोजा जेल में बंद आदिवासी अधिकार कार्यकर्ता फादर स्टेन स्वामी के लिए रहने की उचित व्यवस्था और उन्हें सहायक वस्तुएं जैसे सिपर और स्ट्रॉ मुहैया कराने के मामले हस्तक्षेप करें। गौरतलब है कि पुणे के निकट भीमा-कोरेगांव में 1 जनवरी 2018 को हुई हिंसा में कथित भूमिका के लिए 83 वर्षीय स्वामी को गिरफ्तार किया गया था। एनपीआरडी के महासचिव मुरलीधरन ने एनएचआरसी के अध्यक्ष को लिखे पत्र में मांग की है कि स्वामी के लिए उनकी आयु और शारीरिक अक्षमता के अनुरुप रहने की व्यवस्था की जाए, सिपर और स्ट्रॉ जैसी वस्तुएं तथा आवश्यकतानुसार मानवीय देखभाल सहायता मुहैया करवाने के लिए तत्काल रुप से हस्तक्षेप करे।
याचिका में कहा है कि स्वामी के दोनों हाथों में कंपन होता है इसलिए वह तरल पदार्थ और पानी पीने के लिए सिपर और स्ट्रॉ का इसत्माल करते हैं। जब एनआईए ने उन्हें गिरफ्तार किया तब उनके पास ये वस्तुएं थीं, लेकिन एनआईए ने उन्हें ये वस्तुएं नहीं लौटाई और जेल के अधिकारियों ने भी उन्हें ये सस्ती लेकिन आवश्यक मददगार वस्तुएं देने से मना कर कर दिया। हाथों में कंपन के कारण उन्हें खाने में भी कठिनाई होती है। वह अपने आप नहाने, पानी लाने या कपड़े धोने में सक्षम नहीं हैं।
एनपीआरडी के महासचिव ने एनएचआरसी से अनुरोध किया है कि वह तलोजा जेल में एक दल को भेजें और पता लगाएं कि जेल परिसर में स्वामी को किस तरह की सुविधाएं दी जा रही हैं।
Created On :   17 Nov 2020 7:55 PM IST