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इतनी महंगी कॉफी: दंपति को भारी पड़ा कॉफी पीने का शौक, तीन लाख रुपये से ज्यादा महंगी साबित हुई दो कप कॉफी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कॉफी लवर्स के लिए कीमत की कोई लिमिट नहीं है। चाय और कॉफी के मुकाबले कॉफी ही एक ऐसी ड्रिंक है, जिसे सस्ते से लेकर महंगे और ग्लैमरस अंदाज में परोसा जाता है। कभी गोल्डन वर्क से सजाकर तो कभी चॉकलेट से डिजाइन बनाकर। लेकिन एक कपल को कॉफी का शौक कुछ ज्यादा ही महंगा पड़ गया। दो कॉफी के लिए कैफे ने उनके अकाउंट से साढ़े तीन लाख रुपये से अधिक काट लिए। उन्होंने रेस्टोरेंट में केवल दो कप कॉफी का ऑर्डर दिया था और उसका पेमेंट उन्होंने क्रेडिट कार्ड से किया, जहां उन्हें इस बारे में पता भी नहीं चला। लेकिन बाद में जब उन्होंने कार्ड की स्टेटमेंट चेक की गई तो कपल के होश उड़ गए।
सीबीएस न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जेसी और ओडेल कॉफी पीने स्टारबक्स गए थे। दो कप कॉफी पीने के बाद उन्होंने क्रेडिट कार्ड से पेमेंट किया। पेमेंट करने के बाद वे घर आ गए। लेकिन कुछ दिन बाद जब कपल शॉपिंग के लिए एक स्टोर पर गया और बिल चुकाने की बारी आई तो वह हैरान रह गए। दरअसल, उनके क्रेडिट कार्ड में बैलेंस ही नहीं बचा था। इसके बाद जब उन्होंने स्टेटमेंट चेक किया तो पता चला कि उनके कार्ड से स्टारबक्स ने 4456 डॉलर (लगभग 3 लाख 67 हजार रुपये) काट लिए थे।
स्टारबक्स का चेक हुआ बाउंस
जैसी ही जेसी और ओडेल को पूरा माजरा समझ में आया उन्होंने तुरंत स्टारबक्स के मैनेजर से संपर्क किया। कंपनी ने बाद में चेक के जरिए दंपति को अतिरिक्त पैसे सौंप दिए। लेकिन दंपती का कहना है कि वह चेक भी बाउंस हो गया।
इस पूरे घटनाक्रम पर कपल का कहना है कि कई सालों से वे कॉफी पीने के लिए स्टारबक्स जा रहे हैं। आमतौर पर 700 से 800 रुपए का बिल आता है। लेकिन उस दिन साढ़े तीन लाख रुपये से ज्यादा काटे गए। इस घटना से उन्हें गहरा सदमा लगा है। इसके साथ ही कंपनी के रवैये ने भी निराश किया। जेसी के पास कॉफी बिल की रसीद है जिससे साबित होता है कि उसने 'दुनिया की दो सबसे महंगी कॉफी' खरीदी थी।
भोपाल: आईसेक्ट द्वारा डॉ. सी.वी. रामन विश्वविद्यालय में आयोजित किया गया फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आईसेक्ट द्वारा लर्निंग एंड डेवलपमेंट की पहल के तहत बिलासपुर छत्तीसगढ़ स्थित डॉ. सी.वी. रामन विश्वविद्यालय में "टीम बिल्डिंग, टाइम मैनेजमेंट और सॉफ्ट स्किल्स" विषय एक दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन किया गया। आईसेक्ट भोपाल की कॉर्पोरेट एचआर टीम इस अवसर पर बिलासपुर में उपस्थित रही और श्रीमती पुष्पा कश्यप की अध्यक्षता में टीम एचआर, बिलासपुर ने कार्यक्रम का संचालन किया। इस इंटरैक्टिव सत्र में 80 से अधिक फैकल्टी सदस्यों ने अपनी पूरी भागीदारी के साथ भाग लिया। विशेषज्ञ प्रख्यात वक्ता श्रीमती गीतिका जोशी जो प्रबंधन और सॉफ्ट स्किल्स में एक कॉर्पोरेट ट्रेनर हैं, ने बात करते हुए टाइम मैनेजमेंट के कई टिप्स दिए और कार्यस्थल पर प्रोडक्टिव होने के तरीके बताए। श्री गौरव शुक्ला, डॉ. सीवीआरयू के रजिस्ट्रार और प्रो-वाइस चांसलर श्रीमती जयती मित्रा ने इस तरह के प्रशिक्षण के माध्यम से कर्मचारियों को अपस्किल करने में एलएंडडी/कॉर्पोरेट एचआर टीम के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कुछ अंतराल पर अपने तकनीकी और गैर-तकनीकी कर्मचारियों के लिए ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने का भी प्रस्ताव रखा। सीवीआरयू बिलासपुर के चांसलर श्री संतोष चौबे, आईसेक्ट के निदेशक डॉ. सिद्धार्थ चतुर्वेदी और आईसेक्ट विश्वविद्यालय समूह की निदेशक श्रीमती अदिति चतुर्वेदी ने कार्यक्रम की सफलता पर टीम सीवीआरयू और कॉर्पोरेट एचआर/एल एंड डी को बधाई दी।
भोपाल: रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में पांचवां वूमेन एक्सीलेंस अवॉर्ड
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के वूमेन डेवलपमेंट सेल द्वारा 5वां वूमेन एक्सिलेंस अवार्ड का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि सुश्री अनुभा श्रीवास्तव (आईएएस), कमिश्नर, हैंडलूम एंड हैंडीक्राफ्ट विभाग, मध्य प्रदेश , विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ रूबी खान, डायरेक्टर, डायरेक्टोरेट आफ हेल्थ सर्विसेज, सुश्री रवीशा मर्चेंट, प्रिंसिपल डिजाइनर, ट्रीवेरा डिजाइंस, बट ब्रहम प्रकाश पेठिया कुलपति आरएनटीयू उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. अदिति चतुर्वेदी वत्स, प्रो-चांसलर, आरएनटीयू एंड डायरेक्टर, आइसेक्ट ग्रुप आफ यूनिवर्सिटीज ने की।
इस अवसर पर सुश्री अनुभा श्रीवास्तव ने महिलाओं को अपनी बात रखने एवं निर्णय क्षमता को विकसित करने पर जोर दिया। महिलाओं को अपने व्यक्तिगत विकास की जिम्मेदारी लेने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने महिला सशक्तिकरण पर भी अपने विचार साझा किए। डॉ. अदिति चतुर्वेदी वत्स ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि हमारे जीवन में महिलाओं का एक अहं रोल होता है। चाहे वो रोल हमारी मां के रूप में हो या फिर बहन या पत्नी के रूप में। हमें हर रूप में महिला का साथ मिलता है। लेकिन ऐसा काफी कम होता है जब हम इन्हें इनके कार्य के लिए सम्मानित करते हैं। ऐसे में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस हमें यह अवसर देता है कि हम अपने जीवन की महिलाओं को उनके कार्यों और उनके रोल के लिए सम्मानित करें। इसी तारतम्य में आरएनटीयू पांचवां वूमेन एक्सीलेंस अवॉर्ड से इन्हें सम्मानित कर रहा है।
डॉ रूबी खान ने महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधी जानकारी एवं अपने स्वास्थ्य का ध्यान कैसे रखें इसकी जानकारी दी। वहीं सुश्री रवीशा मर्चेंट ने महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त रहने एवं किसी भी परिस्थिति पर हार ना मानना एवं परिवार और काम में संतुलन बनाए रखने के विषय में विस्तृत जानकारी दी। डॉ ब्रम्ह प्रकाश पेठिया ने देश की बढ़ती जीडीपी में महिलाओं का अहम योगदान माना। उन्होंने बताया कि जल थल एवं हवाई सीमा में भी विशेष योगदान महिलाएं दे रही हैं।
कार्यक्रम में रायसेन और भोपाल जिले की शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को वूमेन एक्सीलेंस अवार्ड से नवाजा गया। साथ ही पूर्व में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेता महिलाओं को भी पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम के अंत में डॉ संगीता जौहरी, प्रति-कुलपति, आरएनटीयू ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संयोजन एवं समन्वयन नर्सिंग एवं पैरामेडिकल विभाग की अधिष्ठाता एवं महिला विकास प्रकोष्ठ की अध्यक्ष डॉ मनीषा गुप्ता द्वारा किया गया। मंच का संचालन डॉ रुचि मिश्रा तिवारी ने किया।
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