दुनिया के इस सबसे क्रूर शासक ने आज ही की थी आत्महत्या
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आपने इस दुनिया के कई तानाशाह शासकों के बारे में सुना या पढ़ा होगा, लेकिन आज हम आपको उस शासक के बारे में बताने जा रहे हैं जो दुनिया भर में क्रूरता का पर्याय बन गया और उसकी मौत की वजह भी उसके अपने ही राज्य की जनता बन गई। जी हां, ये कहानी है रोम के सम्राट नीरो की। दरअसल नीरो, रोमन साम्राज्य का एक ताकतवर और अत्याचारी सम्राट था। नीरो ने 54 से 68 ईसा पूर्व तक रोम पर शासन किया था। नीरो रोमन साम्राज्य का आखिरी सम्राट था। नीरो के चौदह वर्ष के शासन को रोमन इतिहास के सबसे खराब और निराशजनक शासनों में से एक माना जाता है। असल में नीरो सनकी, क्रूर और हिंसक राजा था।
ऐसा था नीरो का शुरुआती जीवन
नीरो का जन्म 37 ईसा पूर्व में हुआ था। बचपन में नीरो का नाम लूसियस डोमिटियस एनोबार्बस था, लेकिन बाद में इसे बदलकर क्लॉडियस सीजर ऑगस्टस कर दिया गया। नीरो का ये नाम तब बदला गया जब उनकी मां आग्रिप्पीना ने 49 ईसा पूर्व में रोमन सम्राट क्लॉडियस से विवाह कर लिया था।
नीरो को ऐसे मिला रोमन तख्त
ये 54 ईसा पूर्व की एक घटना है। सम्राट क्लॉडियस भोजन में मशरूम खा रहे थे। ऐसा माना जाता है कि इसमें जहर मिलाया गया था जिससे क्लॉडियस की मौत हो गई। नीरो की मां को हमेशा ये डर रहता था कि क्लॉडियस के वैध बेटे ब्रिटानिक्स को नीरो से पहले सम्राट के रूप में न चुन लिया जाए, लेकिन आखिरकार क्लॉडियस की मौत के बाद नीरो को 54 ईसा पूर्व में नए सम्राट के रूप में चुन लिया गया।
नीरो को मारने की हुई थी कई साजिशें
नीरो के शासनकाल की सबसे बड़ी घटना ग्रेट फायर को माना जाता है, जिसमें कुछ लुटेरों ने उसके राज्य में आग लगा दी थी। ये आग 19 जुलाई 64 ईसा पूर्व से शुरू होकर अगले छह दिनों तक जलती रही। इस भयानक आग में उसके राज्य के चौदह जिलों में से 10 जिले नष्ट हो गए, सैकड़ों की मृत्यु हो गई और हजारों लोग बेघर हो गए थे। लूटने वालों ने पूरे शहर को तबाह कर दिया था। लोगों को नीरो पर जरा भी भरोसा नहीं था और उनका ये मानना था की नीरो की ही वजह से उनका शहर जल गया है। इतिहास में इस घटना का इतना बड़ा प्रभाव पड़ा कि आज भी किसी शासक की लापरवाही पर कहा जाता है कि "रोम जल रहा था और नीरो बांसुरी बजा रहा था।
विवादों में रही नीरो कि निजी जिंदगी
नीरो के शासनकाल में सारा साम्राज्य उससे परेशान था। यहां तक कि उसकी पत्नी जो कि गर्भवती थी, उसके चरित्र पर शक करते हुए नीरो ने उसके पेट पर जोर से लात मार दी थी जिसकी वजह से उनकी मृत्यु हो गई थी। इतना ही नहीं, नीरो को अपने ऐशो-आराम से भी कभी फुर्सत ही नहीं मिलती थी। वो अपने ही लोगों पर अलग-अलग तरीकों से अत्याचार करता था।
आखिरकार नीरो ने की आत्महत्या
नीरो की सनक और बुरे बर्ताव से उसके अपने ही उससे दूर होते जा रहे थे। राज्य भर में अपने अत्याचारों की वजह से उसे सख्त नापसंद किया जाने लगा था। एक वक्त पर तो उसके दरबार के लोग ही उसके दुश्मन बन गए और उसे हटाने की साजिशें रचने लगे। नीरो को ये एहसास हो चला था कि उसकी सत्ता कभी भी जा सकती है और अब उसकी राजाओं वाली शानो-शौकत भी नहीं बचेगी। इसी भय के कारण नीरो ने आत्महत्या करने का प्रयास किया, लेकिन वो अपनी जान नहीं ले पा रहा था। ऐसे में उसने अपने ही एक करीबी शख्स से उसे मार देने के लिए कहा था।
Created On :   9 Jun 2018 4:19 PM IST