लखनऊ शहर के है इतने सारे राज, जान के रह जाएंगे हैरान
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दुनिया भर में अपनी नवाबी ठाठ और तहजीब के लिए मशहूर लखनऊ शहर की बात ही कुछ और है। इस शहर का जिक्र आते ही इसके बाशिंदों के चेहरे पर अजीब सी खुशी तैरने लगती है। टुंडे के कबाब हो या पुराने शहर की कुल्फी या फिर दिलकश चिकनकारी, लखनऊ का कोई जवाब नहीं है। ये एक ऐसा शहर है जिसने पुराने दौर के गौरव को बनाए रखते हुए तरक्की की ओर कदम बढ़ाए हैं। लखनऊ उत्तर प्रदेश की राजधानी ही नहीं बल्कि राज्य का सबसे बड़ा शहर भी है। कारीगरी, कलाकारी और फनकारी इस शहर की रूह में शामिल है। लखनऊ की सड़कों पर ही तबला और सितार का जन्म हुआ था। इस शहर से जुड़े कई दिलचस्प किस्से और राज हैं। आइए आपसे भी साझा करते हैं लखनऊ की खूबियां और अनजाने राज।
एक नहीं कई दफा बदला है नाम
पौराणिक कथाओं के अनुसार, लखनऊ शहर का नाम भगवान राम के छोटे भाई लक्ष्मण के नाम से लिया गया था। लक्ष्मण को राम ने उनका खुद का एक शहर स्थापित करने के लिए कहा था। उस समय से आज तक इस शहर के नाम कई बार बदले गए। जैसे लक्ष्मणपुरी, लक्ष्मणौत, लक्सनौत, लक्सनौ से लक्नौ और आखिरकार लखनऊ में तब्दील हो गया।
देश का सबसे बड़ा क्लॉक टॉवर
हुसैनबाद क्लॉक टॉवर देश का सबसे लंबा घड़ी का टॉवर है। लंदन की बिग बेन से प्रेरणा लेते हुए, इस घड़ी का टॉवर साल 1881 में नवाब नासीर-उद्-दीन हैदर द्वारा बनाया गया था।
देश का दूसरा सबसे खुशहाल शहर
2015 में किए गए एक सर्वे के मुताबिक, लखनऊ भारत का दूसरा सबसे खुशहाल शहर है। इस शहर के लिए एक बात हमेशा से मशहूर रही है, "मुस्कुराएं, आप लखनऊ में हैं"।
लखनऊ एयरपोर्ट को मिला ये अवार्ड
लखनऊ के हवाई अड्डे का नाम भारत के पांचवें प्रधान मंत्री चौधरी चरण सिंह के नाम पर रखा गया है, जो छोटे हवाई अड्डे की श्रेणी में दुनिया का दूसरा सबसे अच्छा हवाई अड्डा है। साल 2016 में लखनऊ हवाई अड्डे को एयरपोर्ट सर्विस क्वालिटी अवार्ड से नवाजा गया।
ये रेल्वे स्टेशन है या शतरंज का बोर्ड
लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन को भारत के सबसे खूबसूरत और बिजी रेलवे स्टेशनों में से एक माना जाता है। जब भी आप किसी फ्लाईट या हेलिकॉप्टर से देखेंगे तो आपको लखनऊ का स्टेशन एक शतरंज के बोर्ड की तरह दिखाई देगा। दरअसल इस स्टेशन के डोम्स और खंभे शतरंज के बोर्ड का एहसास देते हैं।
Created On :   17 May 2018 8:41 AM GMT