विधानसभा चुनाव की तैयारी : 19 अगस्त तक मतदाता सूची पुनरीक्षण, टिकट के लिए होने लगी गुप्त बैठकें

विधानसभा चुनाव की तैयारी : 19 अगस्त तक मतदाता सूची पुनरीक्षण, टिकट के लिए होने लगी गुप्त बैठकें

Tejinder Singh
Update: 2019-07-17 17:03 GMT
विधानसभा चुनाव की तैयारी : 19 अगस्त तक मतदाता सूची पुनरीक्षण, टिकट के लिए होने लगी गुप्त बैठकें

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों में मतदाता सूची पुनरीक्षण का काम 19 अगस्त तक शुरू रहेगा। इससे मतदाताओं को अपने मतदाता सूची के नाम, पता और अन्य संशोधन लिए मौका मिलेगा। चुनाव आयोग की ओर से 15 जुलाई 2019 को प्रारुप मतदाता सूची प्रकाशित की गई है। इस मतदाता सूची में जिन पात्र मतदाताओं के नाम शामिल नहीं हुए हैं ऐसे लोग अपने नाम के पंजीयन के लिए फार्म भरकर जमा करा सकेंगे। इसके अलावा मतदाता सूची के नाम पर में संशोधन संबंधी दावे और आपत्तियों के आवेदन को 30 जुलाई 2019 तक स्वीकार किए जाएंगे। हर विधानसभा क्षेत्र में मतदाता पंजीयन अधिकारी (ईआरओ) के पास शिकायतों के लिए आवेदन किया जा सकता है। 

विधानसभा चुनाव की तैयारी,पार्टी टिकट के लिए होने लगी गुप्त बैठकें

उधर नागपुर में विधानसभा चुनाव की तैयारी के तहत विविध राजनीतिक दलों ने संगठनात्मक मजबूती के काम शुरु कर दिए है। कहीं नेतृत्व बदला जा रहा है तो कहीं स्थानीय स्तर पर पदाधिकारियों को बदला जा रहा है। इस बीच उम्मीदवार बनने के इच्छुकों ने अपने अपने तरीके से लोगों को जोड़ना शुरु किया है। समाज,भाषा के नाम पर भी दावेदारी को ताकत देने का प्रयास चल रहा है। इस सिलसिले में हिंदी भाषी व उत्तर भारतीय संगठनों ने भी उम्मीदवारी की पेशकश की है। मंगलवार को गुरुपूर्णिका के मौके पर विविध संगठनों के प्रतिनिधियों ने एकजुट होकर हिंदी भाषी उम्मीदवार की मांग आगे बढ़ाने का निर्णय लिया। इन संगठनों के प्रमुखों का कहना है कि शहर में 150 से अधिक छोटे बड़े संगठन है जिनमें हिंदी भाषियों का प्रभाव है। राजनीति में खुले तौर पर जाति व भाषा प्रांत के नाम पर उम्मीदवार तय नहीं होते हैं लेकिन अंदरुनी तौर पर सबकुछ होता है। विधानसभा की 6 में से कम से कम 1 सीट पर हिंदी भाषी उम्मीदवार की मांग की पेशकश की जा रही है। भाजपा व कांग्रेस से जुड़े कुछ नेताओं ने भी इस मामले में एकजुटता दिखाने का प्रयास किया है। गौरतलब है कि शहर में उत्तर भारतीयों का एक मोर्चा कांग्रेस नेता उमाकांत अग्निहोत्री के नेतृत्च में काम कर रहा है। हालांकि अग्निहोत्री का कहना है कि उनका संगठन गैरराजनीतिक है। संजय निरुपम की अध्यक्षता में चल रहे इस मोर्चा में ज्यादातर कांग्रेस के ही पदाधिकारी है। मोर्चा की ओर से हिंगणा, पूर्व नागपुर के अलावा अन्य कुछ क्षेत्रों में प्रभाव दिखाने का प्रयास किया जा रहा है। भाजपा का उत्तर भारतीय मोर्चा अजय पाठक के नेतृत्व में काम कर रहा है। वरिष्ठ नगरसेवक दयाशंकर तिवारी इस मोर्चा के पालक हैं। भाजपा उत्तर भारतीय मोर्चा के पदाधिकारियों की अंदरुनी भावना उस रिकार्डिंग में सामने आयी थी जिसमें पश्चिम नागपुर के ही एक पदाधिकारियों का पार्टी से बाहर किया गया। भोई, माली, कुनबी , हलबा व अन्य समाज की ओर से भी गुप्त बैठकें होने लगी हैं। इन समाज की ओर से विधानसभा चुनाव में टिकट की दावेदारी करने की पेशकश की जा रही है। 
 

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