बंद स्कैनिंग मशीनो के भरोसे है नागपुर स्टेशन की सुरक्षा

बंद स्कैनिंग मशीनो के भरोसे है नागपुर स्टेशन की सुरक्षा

Tejinder Singh
Update: 2019-10-06 11:48 GMT
बंद स्कैनिंग मशीनो के भरोसे है नागपुर स्टेशन की सुरक्षा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। रेलवे स्टेशन देश के महत्वपूर्ण स्टेशनों में से एक है। यह देश के मध्य है। यहां से रोजाना हजारों यात्री यात्रा करते हैं। दशहरा और धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए देशभर से श्रद्धालुओं का हुजुम बड़ी तादाद में उपराजधानी पहुंचता है। जिसके तहत शहर की सुरक्षा के लिए आरपीएफ और जीआरपी का अतिरिक्त सुरक्षा बल स्टेशन पर तैनात किया जाता है, लेकिन यहां पर लगी स्कैनिंग मशीन का उपयोग नहीं किया जा रहा है। पूर्व द्वार की मशीन पर जांच aहीं की जाती और मुख्य द्वार की मशीन को दिन में दो घंटे बंद कर दिया जाता है। ऐसे में यात्रियों की सुरक्षा खतरे में है। अधिकारियों का कहना है कि मशीनें आउटडेटेड हो चुकी हैं, इसलिए  मशीनें बंद करनी पड़ती हैं।

नई मशीनों के लिए प्रस्ताव भेजा है

मशीन बंद होने के विषय में अधिकारियों को कहना है कि मशीनें अाउटडेटेड हैं, इन्हें लगातार चलाने से यह गर्म हो जाती हैं जिस कारण इन्हें बंद रखना पड़ता है।, लेकिन अभी तक कोई कोटेशन नहीं आया है। कोटेशन आने के बाद मशीनों की खरीदी की जाएगी और उन्हें पुरानी आउटडेटेड मशीनों से बदला जाएगा। एक ओर नागपुर स्टेशन को एयरपोर्ट की तर्ज पर बनाया जा रहा है, जिसका मॉडल भी तैयार हो चुका है। लेकिन फिलहाल स्टेशन पर साधारण सी स्कैनिंग मशीन भी आउडेटेड हैं, जिसे समय-समय पर बंद करना होता है। इस तरह की सुरक्षा से नागपुर स्टेशन को ए1 स्टेशन की श्रेणी में शामिल करने की योजना बनाई जा रही है।

नागपुर रेलवे स्टेशन पर कई बार हाई अलर्ट घोषित किया जा चुका है, इसके साथ ही सीएम फडणवीस, केंद्रीय मंत्री गडकरी, संघ मुख्यालय और भी अन्य महत्वपूर्ण स्थान है, जो हमेशा निशाने पर रहते हैं। इसके बावजूद स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। स्टेशन मुख्य द्वार पर लगी मशीन को दोपहर 12 से 2 बजे तक बंद कर दिया जाता है। मशीन बंद होने बाद कोई अन्य चेकिंग नहीं की जाती। इस निर्धारित समय में कोई भी व्यक्ति कुछ भी सामान स्टेशन पर ले जा सकता है और ट्रेन में यात्रा भी कर सकता है। इससे हजारों यात्रियों की सुरक्षा खतरे में है।

अलग-अलग समय रखना होगा बंद

भवानी शंकरनाथ, मंडल सुरक्षा आयुक्त, मध्य रेल के मुताबिक मशीनें आउटडेटेड हैं। लगातार मशीन को चलाने से वह गर्म हो जाती हैं, जिसके कारण उसे कुछ देर बंद करना पड़ता है, लेकिन निर्धारित समय बंद रखना सही नहीं है। इसके लिए मैं अपने स्टॉफ से बात कर रोज अलग-अलग समय बंद रखने के लिए कहता है। हमने नई मशीन के लिए भी प्रस्ताव भेज दिया है।
 

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