राजस्थान बीजेपी में अंदरूनी मतभेद, चिंतन शिविर में नहीं पहुंची वसुंधरा

बीजेपी गुटबाजी से परेशान राजस्थान बीजेपी में अंदरूनी मतभेद, चिंतन शिविर में नहीं पहुंची वसुंधरा

Anupam Tiwari
Update: 2021-09-21 12:24 GMT
राजस्थान बीजेपी में अंदरूनी मतभेद, चिंतन शिविर में नहीं पहुंची वसुंधरा
हाईलाइट
  • चिंतन शिविर में नहीं पहुंची वसुंधरा

डिजिटल डेस्क, जयपुर। राजस्ठान विधानसभा चुनाव होने में अभी लगभग सवा दो साल का समय बचा है, लेकिन बीजेपी अभी से सत्ता में वापसी के लिए चिंतन करना शुरू कर दी है। बता दें कि कुम्भलगढ़ में दो दिन तक चलने वाले बीजेपी के चिंतन शिविर का मंगलवार को आगाज हो गया है, जहां पार्टी के वरिष्ठ नेता और पदाधिकारी अलग-अलग सत्रों में 2023 विधानसभा चुनाव की रणनीति बनाएंगे। बता दें कि पार्टी कमजोरियों को दूर करने और पार्टी के अंदरूनी मतभेदों को लेकर भी चर्चा हो सकती है। 

चिंतन शिविर से वसुंधरा की दूरी

बता दें कि कुम्भलगढ़ में बीजेपी की तरफ से दो दिन के चिंतन शिविर के आयोजन में पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बी एल संतोष 2023 में पार्टी को राजस्थान फतह करनें के लिए मंत्र देंगे। इस कार्यक्रम में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पुनिया, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और राज्यसभा सदस्य ओम माथुर समेत प्रदेश के कई नेता पहुंचें थे। लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने किनारा कर लिया। इससे बीजेपी पार्टी में एक बार फिर अंतर्कलह सामने आई है। माना जा रहा है कि चिंतन शिविर जहां पर हो रहा है, वहां सांसद दीया कुमारी का राजस्थान में कद बढ़ेगा। जिसके चलते वसुंधरा गुट ने इस बैठक से किराना कर लिया है। हालांकि, वसुंधरा राजे की तरफ से अभी तक कोई बयान नहीं आया है कि वह शिविर में क्यों नहीं कई हैं? वहीं दूसरी तरफ राजस्थान बीजेपी के दिग्गज नेता डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा भी इस चिंतन शिविर में नहीं पहुंचे हैं। आगे अब यही कयास लगाए जा रहें हैं कि राजस्थान में बीजेपी भले ही चिंतन शिविर कर रही है लेकिन बीजेपी की अंदरूनी कलह इतना जल्दी खत्म होनें वाली नहीं हैं। 

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