IND-PAK तनाव: 'PoK और आतंकवादियों को सौंपने को लेकर हो सकती है बात...', भारत ने अमेरिका और पाकिस्तान को दिया दो टूक संदेश

- भारत ने अमेरिका और पाकिस्तान को दिया दो टूक संदेश
- कहा- PoK और आतंकवादियों को सौंपने को लेकर हो सकती है बात
- पाकिस्तान ने ट्रंप के ऑफर किया स्वागत
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत-पाकिस्तान तनाव कम हो गई है। लेकिन अब जंग कूटनीतिक रणनीति को लेकर जारी हो गई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दोनों देशों के बीच संघर्ष विराम का स्वागत किया था। हालांकि, ट्रंप ने कहा कि कश्मीर के 'हजारों साल' पुराने मुद्दे पर मध्यस्थता की बात कही। पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने अमेरिका के इस ऑफर का स्वागत किया। हालांकि, भारत ने इस तरह की किसी भी मध्यस्थता के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है।
विदेश मंत्रालय से जुड़े सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, भारत का साफ कहना है कि कश्मीर के मुद्दे पर हमारा रुख साफ है और हमें किसी भी तीसरे पक्ष की दखल स्वीकार नहीं है। पाकिस्तान अगर आतंकियों को सौंपना चाहता है, तो बातचीत के दरवाजे जरूर खुले हैं। साथ ही, भारत ने कहा कि केवल पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) को वापस करने के मुद्दे पर बातचीत की जा सकती है। इसके अलावा किसी भी अन्य मुद्दे पर बातचीत की गुंजाइश नहीं है और न ही हम किसी भी तरह की मध्यस्थता चाहते हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा था कि वह कश्मीर विवाद का समाधान खोजने के लिए दोनों देशों के साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हैं। ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर मुद्दे को 'हजार साल' पुराना मुद्दा बता दिया।
पाकिस्तान ने ट्रंप के ऑफर किया स्वागत
ट्रंप के ऑफर पर पाकिस्तान सरकार ने एक बयान में कहा, 'हम राष्ट्रपति ट्रंप की ओर से जम्मू और कश्मीर विवाद के समाधान के लिए प्रयासों का समर्थन करने की इच्छा जताने की भी सराहना करते हैं, यह एक लंबा मुद्दा है जिसका दक्षिण एशिया और उसके बाहर शांति और सुरक्षा पर गहरा असर है।' इस्लामाबाद ने आगे कहा, 'सरकार फिर से दोहराती है कि जम्मू और कश्मीर विवाद का कोई भी न्यायसंगत और स्थायी समाधान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के मुताबिक होना चाहिए और कश्मीरी लोगों के मौलिक अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।'
सीजफायर के बाद प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि उनका मानना है कि दोनों देशों के बीच व्यापक मुद्दों- जिनमें कश्मीर, जल बंटवारा और अन्य विवादास्पद मामले शामिल हैं। इन सभी का भी समाधान किया जाना चाहिए।
भारत ने साफ किया अपना रुख
भारत ने कश्मीर के मुद्दे पर मध्यस्थता को खारिज किया है। भारत का कहना है कि यह दो देशों के बीच का मामला है। भारत ने साफ किया गया है कि कश्मीर बातचीत का मुद्दा ही नहीं है, अब बात पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) को लौटने पर होगी या फिर पाकिस्तान से आतंकियों को सौंपे जाने को लेकर बात होगी।
Created On :   11 May 2025 11:04 PM IST