VIDEO : इस रोड पर ड्राइव करने के लिए लोहे का जिगर चाहिए
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। किश्तवर-किलर रोड को अमूमन क्लिफहैंगर (खड़ी चट्टान वाली) सड़क भी कहा जाता है। ये खतरनाक रोड जम्मू के किश्तवर जिले के पूर्वी हिस्से में है। 114 किलोमीटर लंबी ये रोड, बेहद पतली और तेज पहाड़ी हवाओं वाली रोड है। इसे दुनिया की सबसे खतरनाक सड़क भी कहा जाता है। आज हम आपके लिए एक खौफनाक वीडियो लेकर आए हैं। इस वीडियो में आपको तीखे मोड़ और पत्थरीले रास्तों पर एक कार को चलते देखेंगे। वीडियो देखकर आप समझ जाएंगे कि यदि आप ऐसी किसी जगह कार चला रहे हैं, तो आपको कितना सतर्क रहना होगा। पेश है कार के डैश-बोर्ड पर लगाए कैमरे की फुटेज।
जैसा की इस वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है की इस कच्ची और सकरी सड़क के एक तरफ निहायति गहरी खाई और दूसरी तरफ डरावने पहाड़ हैं। ये गहरी खाई बड़े-बड़े बहादुरों के रोंगटे खड़े कर देती है। इस रास्ते में एक छोटी सी भूल पलक झपकते ही 100-मीटर गहरी खाई को मौत का कारण बना सकती है। ये सिंगल-लेन रोड छोटे-बड़े पत्थर, बजरी और रेत से बनी है। इस रोड पर कहीं कोई साइड-रेलिंग नहीं लगी है और अधिकतर जगहों पर बाहर निकलती चट्टानें ड्राइवर्स को कार चलाते वक्त मुश्किल में डालते हैं। ये रोड बेहद अनुभवी ड्राइवर्स के लिए है। इस रोड पर ड्राइव करने के लिए लोहे का जिगर चाहिए।
ये रोड 6451 मीटर ऊंचे किश्तवर कैलाश पहाड़ के बेस कैम्प तक जाती है। क्लिफहैंगर पहुंचने के लिए आपको मनाली के बाद रोहतांग पास से चेनाव वैली और दरलांग वैरी होते हुए सफर करना होगा। इस मुश्किल रास्ते को और मुश्किल बनाने के लिए यहां अक्सर पर्याप्त ऑक्सीजन की कमी रहती है। इस रोड का आखिरी 50 किलोमीटर का हिस्सा सबसे चुनौतीपूर्ण है। कई लोगों ने तो इसे ‘Almost Killer’ रोड का नाम भी दिया है। ये किलर किश्तवर रोड हिमाचल प्रदेश के लाहुल स्पीती डिस्ट्रिक्ट (2524 मीटर एलिवेशन) से शुरू होकर जम्मू के किश्तवर क्षेत्र (समुद्र तल से 1,638 मीटर की ऊंचाई) तक जाती है। बरसात के दौरान ये और भी खतरनाक हो जाती है। ऐसे खराब मौसम में ये सफर 4X4 व्हील ड्राइव वाहन से भी तय करना लगभग नामुमकिन हो जाता है।
जैसा की आप वीडियो में देख सकते हैं इस रोड के कई हिस्से एक साथ दो गाड़ियों के निकलने के लिए नहीं हैं। एक गलत कदम और आप कई हजार फीट की खाई में गिर कर चेनाब का हिस्सा बन जाएंगे। जो लोग ऊंचाई से डरते हैं या पहाड़ों पर कार में बेठने पर बेचैन महसूस करते हैं, उन्हें एहतियात के तौर पर इस रोड पर नहीं ही जाना चाहिए। वहीं इस रोड पर जा रहे ड्राइवर्स को पहाड़ों की चुनौती देनेवाली रोडस पर चलाने का पर्याप्त अनुभव होना चाहिए। अक्सर सामने से आ रहे वाहन को रास्ता देने के लिए पर्याप्त जगह न होने के कारण ड्राइवर्स को कई किलोमीटर के लिए रिवर्स ड्राइव करने की आवश्यकता पड़ती है। इसलिए, इस रोड पर चलने के लिए रिवर्स ड्राइविंग तो आनी ही चाहिए। यहां कई मोड़ों पर सामने से आ रहा ट्रैफिक कतई नजर नहीं आता और छोटी सी चूक भी काफी खतरनाक साबित हो सकती है।
Created On :   22 April 2018 8:27 AM IST