शोध: इस बैटरी से सिंगल चार्ज पर 800 KM तक चलेंगे इलेक्ट्रिक वाहन
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लगातार बढ़ते वाहनों के चलते पर्यावरण प्रदूषण का स्तर भी बढ़ रहा है। इसको देखते हुए दुनियाभर में इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके लिए विभिन्न कंपनियां अपने वाहनों के नए मॉडल आए दिन पेश कर रही हैं, लेकिन इन इनसे अधिक दूरी तय नहीं की जा सकती। जिसके चलते इनकी खरीददारी में कमी देखने में मिलती है। इस समस्या से निजात दिलाने वैज्ञानिकों ने ऐसी कई द्विआयामी वस्तुएं विकसित करने का दावा किया है जो बिजली से चलने वाले वाहनों को एक बार के चार्ज में 800 किलोमीटर तक की दूरी तय करने के लिए तैयार कर सकती हैं।
10 गुना ज्यादा ऊर्जा
अमेरिका के इलिनोइस विश्वविद्यालय के अनुसंधानकर्ताओं का कहना है कि लिथियम-एअर बैटरी वर्तमान में इस्तेमाल हो रहे लिथियम-आयन बैटरी के मुकाबले 10 गुना ज्यादा ऊर्जा संग्रहित कर सकती हैं, वह हल्की भी हैं। हालांकि अभी भी उनको विकसित करने की प्रक्रिया प्रायोगिक चरण में ही है। इस शोध में वैज्ञानिकों ने ऐसी कई 2D वस्तुओं का संश्लेषण किया जो उत्प्रेरक के तौर पर काम कर सकती हैं और पाया कि पारंपरिक उत्प्रेरकों से मिलकर तैयार की गई लिथियम-एअर बैटरी के मुकाबले इन उत्प्रेरकों से बनी बैटरी 10 गुना ज्यादा ऊर्जा संग्रहित कर सकती हैं।
बढ़ती कीमतों से छुटकारा
बता दें कि बाजार में इलेक्ट्रिक वाहन आने के बावजूद अधिकांश लोग इन्हें खरीदने में रुची नहीं दिखाते। कारण यह कि फुल चार्जिंग के बाद भी इनसे लिमिटेड दूरी तय की जा सकती है। हालांकि कई कंपनियों ने अपने ऐसे वाहनों को भी लॉन्च किया है, जो क्विक चार्ज होने के साथ ही लंबी दूरी तय करने में सक्षम हैं। लेकिन इनकी कीमत काफी अधिक होती है। ऐसे में यदि नई रिसर्च आती है तो इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या में इजाफा होगा और इससे ना सिर्फ पर्यावरण प्रदूषण को रोकने में मदद मिलेगी, बल्कि पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों से परेशान वाहन चालकों को मुक्ति मिलेगी।
ज्यादा प्रभावी
वैज्ञानिकों का कहना है कि लिथियम-एअर बैटरी ज्यादा प्रभावी हैं और द्विआयामी (टू डी) वस्तुएं से बने उन्नत उत्प्रेरकों (कैटलिस्टों) को शामिल करने के साथ ही वह ज्यादा चार्ज भी उपलब्ध करा सकती हैं। ये उत्प्रेरक बैटरी के भीतर होने वाली रसायनिक प्रतिक्रिया की दर को तेज कर सकते हैं और जिस प्रकार के पदार्थ से ये उत्प्रेरक बनें हैं, उसके आधार पर वह ऊर्जा को संग्रहित करने एवं ऊर्जा उपलब्ध कराने की बैटरी की क्षमता को महत्त्वपूर्ण ढंग से बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।
Created On :   13 Jan 2019 6:10 PM IST