Kangana Vs Shivsena: कंगना ने शेयर कीं टूटे ऑफ़िस की तस्वीरें, कहा- 'ये बलात्कार है मेरे सपनों का, जो कभी मंदिर था उसे कब्रिस्तान बना दिया'

Kangana Ranaut compares demolition of her Mumbai office to rape
Kangana Vs Shivsena: कंगना ने शेयर कीं टूटे ऑफ़िस की तस्वीरें, कहा- 'ये बलात्कार है मेरे सपनों का, जो कभी मंदिर था उसे कब्रिस्तान बना दिया'
Kangana Vs Shivsena: कंगना ने शेयर कीं टूटे ऑफ़िस की तस्वीरें, कहा- 'ये बलात्कार है मेरे सपनों का, जो कभी मंदिर था उसे कब्रिस्तान बना दिया'

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने गुरुवार को अपने टूटे हुए ऑफिस की तस्वीरें शेयर कर कांग्रेस पर निशाना साधा। कंगना ने एक के बाद एक कई ट्वीट किए। कंगना ने लिखा, यें बलात्कार है, मेरे सपनों का, मेरे हौसलों का, मेरे आत्मसम्मान का और मेरे भविष्य का। इस ट्वीट में उन्होंने कांग्रेस को टैग किया। बता दें महाराष्ट्र में कांग्रेस, शिवसेना और एनसीपी की गठबंधन सरकार है। 

मेरे कर्म स्थान को शमशान बना दिया
एक अन्य ट्वीट में कंगना ने लिखा मेरे कर्म स्थान को शमशान बना दिया, नजाने कितने लोगों का रोज़गार छीन लिया, एक फ़िल्म यूनिट कई सौ लोगों को रोज़गार देतीं है, एक फ़िल्म रिलीज़ होकर थीयटर से लेकर पॉपकॉर्न बेचने वाले का घर चलती है, हम सब से रोज़गार छीन के वो लोग आज नेशनल अनएम्प्लॉयमेंट डे मना रहे हैं। कंगना ने यह ट्वीट ट्विटर पर चल रहे National Unemployment Day 17 Sept हैशटैग के विरोध में किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन की वजह से यह हैशटैग ट्विटर पर ट्रेंड हो रहा है।  

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मेरे सपनों को कैसे तोड़ा, यह बलात्कार नहीं?
एक उम्र बीत जाती है घर बनाने में और तुम आह भी नहीं करते बस्तियां जलाने में। यह देखो क्या से क्या कर दिया मेरे घर को क्या यह बलात्कार नहीं? जो कभी मंदिर था उसे क़ब्रिस्तान बना दिया, देखो मेरे सपनों को कैसे तोड़ा, यह बलात्कार नहीं? कंगना ने अपने एक और ट्वीट में फेमिनिस्टों पर निशाना साधा। कंगना ने कहा, "सभी फेमिनिस्ट जो मेरे घर को बिना किसी सबूत के अवैध बता रही है, जब मैं बीएमसी के खिलाफ मुकदमा जीत जाऊंगी और वे मेरे नुकसान के लिए मुआवजा भरेंगे तक क्या ये लोग मुझसे माफी मांगेंगे?

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BMC ने कंगना के ऑफिस में तोड़फोड़ की
बीएमसी ने कंगना के मुंबई पहुंचने से पहले 9 सितंबर को बांद्रा वेस्ट के पाली हिल रोड पर स्थित कंगना रनौत के 48 करोड़ के दफ्तर (मणिकर्णिका फिल्म्ज़) के कथित अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया था। बीएमसी के एक सीनियर अधिकारी ने कहा, हमने कंगना को 24 घंटे का समय दिया था, लेकिन उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया। कंगना ने बीएमसी की कार्रवाई के खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी जिस पर सुनवाई करते हुए बॉम्बे हाईकोर्ट ने उद्धव सरकार को फटकार लगाई और तोड़फोड़ पर रोक लगा दी है। BMC पर महाराष्ट्र सरकार के इशारे पर बदले की कार्रवाई के आरोप लग रहे हैं। कंगना ने दफ्तर में हुई तोड़फोड़ के लिए BMC से 2 करोड़ का हर्जाना मांगा है।

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क्या है पूरा मामला?
कंगना रनौत और शिवसेना के नेताओं के बीच शुरू हुआ ट्वीट वॉर अब ओछी राजनीति तक पहुंच गया है। ये विवाद उस वक्त शुरू हुआ था जब कंगना रनौत ने कहा था कि उन्हें बॉलिवुड के ड्रग लिंक के बारे में काफी कुछ पता है। वह नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की मदद करना चाहती हैं लेकिन उन्हें सुरक्षा चाहिए। अभिनेत्री ने कहा था कि उन्हें फिल्म माफिया से ज्यादा शहर की पुलिस से डर लगता है। इसके जवाब में संजय राउत ने "सामना" में लिखा था, मुंबई में रहते हुए कंगना का ऐसा कहना शर्मनाक है। राउत ने कहा था, हम उनसे रिक्वेस्ट करते हैं कि कृपया मुंबई न आएं। 

संजय  राउत की खुली धमकी
इसके बाद कगंना ने एक और ट्वीट करते हुए कहा कि शिवसेना नेता संजय राउत ने मुझे खुली धमकी दी है और मुंबई वापस न आने के लिए कहा है। पहले मुंबई की सड़कों पर आजादी के नारे लगे और अब खुली धमकी मिल रही है। आखिर मुंबई पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) जैसा क्यों महसूस कर रही है?" कंगना ने एक और ट्वीट कर कहा था, 9 सितंबर को मुंबई आ रही हूं। किसी के बाप में हिम्मत है तो रोक ले।" इस विवाद के दौरान शिवसेना सांसद संजय राउत ने कंगना को हरामकोर लड़की तक कह दिया था। विवाद के चलते केंद्र ने कंगना को Y सिक्योरिटी भी दी है।

Created On :   17 Sep 2020 1:32 PM GMT

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