SSR death: पटना SP विनय तिवारी पटना रवाना, रिया चक्रवर्ती से चली साढ़े आठ घंटे तक पूछताछ
डिजिटल डेस्क, मुंबई। पटना एसपी विनय तिवारी को पटना के लिए रवाना हो गए हैं। क्वारेंटाईन से मुक्त होने के बाद उन्होंने महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा "मैं यह नहीं कहूंगा कि मुझे क्वॉरन्टीन किया गया, सुशांत सिंह राजपूत मामले की जांच को क्वॉरन्टीन किया गया। बिहार पुलिस की जांच में बाधा डाली गई। बहुत अच्छी याद लेकर हम पटना जा रहे हैं। बता दें कि विनय तिवारी को 2 अगस्त को एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मामले की जांच के लिए मुंबई पहुंचते ही, क्वारेंटाईन कर दिया गया था। इसके बाद बिहार पुलिस ने BMC को चिट्ठी लिखकर विनय तिवारी को तुरंत छोड़ने की अपील की थी। सुप्रीम कोर्ट ने भी किसी आईपीएस अधिकारी को इस तरह से क्वारेंटाईन किए जाने पर सवाल उठाए थे। तिवारी ने कहा कि मुंबई महानगर पालिका ने उन्हें एसएमएस भेज कर क्वारेंटाईन खत्म करने की जानकारी दी। जिसके बाद वे शुक्रवार को ही पटना रवाना हो रहे हैं। अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले की जांच करने पहुंचे तिवारी को मुंबई महानगर पालिका ने 14 दिन के लिए क्वारेंटाईन कर दिया था। इसके बाद काफी विवाद हुआ था। बिहार पुलिस ने पत्र लिख कर तिवारी को क्वारेंटाईन से रिहा करने की मांग की थी लेकिन बीएमसी ने इसे ठुकरा दिया था। सुप्रीमकोर्ट की टिप्पणी के बाद बिहार पुलिस ने बीएमसी को एक और खत लिखा और तिवारी को वापस लौटने की छूट देने की मांग की। जिसके बाद बीमसी ने सात दिन के भीतर वापस लौटने पर क्वारेंटाईन खत्म करने की मांग स्वीकार की। जवाबी खत में बीएमसी ने इस बात पर भी हैरानी जताई कि कोरोना संक्रमण रोकने के लिए महाराष्ट्र सरकार द्वारा जारी दिशानिर्देश सार्वजनिक रूप से उपलब्ध होने के बावजूद इसका पालन नही किया गया।
दो दिन पहले मांगे इजाजत
तिवारी को क्वारेंटाईन किए जाने को लेकर हुए विवाद के बाद मुंबई महानगर पालिका ने नया आदेश जारी किया है। अतिरिक्त मनपा आयुक्त पी वेलरासु द्वारा जारी आदेश में कहा गया है की 25 मई को जारी नियमावली के मुताबिक हवाई सफर करके आने वाले सभी लोगों के लिए 14 दिन क्वारेंटाईन रहना अनिवार्य है। हाल ही में देखा गया है कि दूसरे राज्य से आने वाले कुछ अधिकारी हवाई अड्डे पर अपना पहचान पत्र दिखाकर बीएमसी अधिकारियों से क्वारेंटाईन से छूट की मांग करते हैं लेकिन हवाई अड्डे पर तैनात अधिकारियों के पास यह अधिकार नहीं है। अगर किसी को इस तरह की छूट चाहिए, तो उसे दो कामकाजी दिन पहले मुंबई महानगरपालिका से अनुमति के लिए लिखित ऑनलाइन आवेदन करना होगा। साथ ही काम का पूरा विवरण, काम की अहमियत और होम क्वारेंटाईन से छूट का औचित्य साबित करना होगा। अग्रिम छूट लिए बिना आने वाली सभी लोगों को हाथ में कैंप लगाकर 14 दिन के लिए क्वारेंटाईन करना अनिवार्य होगा।
ईडी ने रिया चक्रवर्ती से की साढ़े आठ घंटे की पूछताछ
उधर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती से साढ़े 8 घंटे से ज्यादा समय तक पूछताछ की। रिया के अलावा मामले में उनके भाई शोविक और बिज़नेस मैनेजर श्रुति मोदी का बयान दर्ज किया। जांच एजेंसी ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत तीनों के बयान दर्ज किए। रिया अपने भाई के साथ दोपहर 12 बजे के करीब जांच एजेंसी के ऑफिस पहुंची और सवालों के जवाब देने के बाद साढ़े 8 बजे के बाद अपने घर लौटीं। इससे पहले रिया ने ईडी से सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई तक बयान दर्ज करने की प्रक्रिया आगे बढ़ाने की अपील की थी लेकिन एजेंसी ने इसे अस्वीकार कर दिया। ईडी ने रिया से अप्रैल 2015 से मार्च 2020 तक के आयकर रिटर्न से जुड़ी जानकारी मांगी गई। जिस पर रिया ने कहा कि उसके पास फिलहाल कागजात नहीं है लेकिन उसने जल्द ही जांच एजेंसी को 5 साल के आयकर रिटर्न से जुड़े दार कागजात देने का वादा किया। रिया से मुंबई स्थित उनकी सम्पतियों के भी कागजात जांच एजेंसी ने मांगे जिसे बाद में शॉविक ने घर से ला कर जांच एजेंसी को सौंपे। रिया से उन कंपनियों के बारे में पूछताछ की गई जिनकी वह डायरेक्टर हैं। वहीं रिया चक्रवर्ती को बांद्रा डीसीपी द्वारा फोन किए जाने से जुड़ी खबरों पर पुलिस सूत्रों का दावा है कि रिया को फोन और एसएमएस उनके बयान दर्ज करने को लेकर किए गए। फ़ोन भी कुछ सेकंड के थे और उन्हीं दिनों में दर्ज किए गए जब मुंबई पुलिस ने दो बार उनका बयान दर्ज किया था। रिया की कॉल डिटेल से खुलासा हुआ है कि रिया सबसे ज्यादा आपने पिता और भाई से बात करती थी लेकिन सुशांत के मुकाबले उनके हाउस मैनेजर सैमुअल मिरांडा और सुशांत की पूर्व मैनेजर श्रुति मोदी से ज्यादा बातचीत की थी। इसके अलावा रिया सुशांत का इलाज करने वाले डॉक्टरों, फिल्मकार महेश भट्ट और सुशांत के साथ रहने वाले सिद्धार्थ पीठानी के साथ भी संपर्क में थी।
14 जून को घर में मृत पाए गए थे सुशांत
34 साल के सुशांत सिंह राजपूत बीते 14 जून को उनके मुंबई स्थित घर में मृत पाए गए थे। सुशांत के पिता मुंबई पुलिस की जांच से संतुष्ट नहीं थे इसी वजह से उन्होंने पटना के राजीव नगर थाने में 25 जुलाई को इस मामले की जांच के लिए सुशांत की गर्लफ्रेंड रही रिया चक्रवर्ती समेत 6 के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी।
इसके बाद रिया ने 29 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करके पटना में दायर किए गए मुकदमे को मुंबई ट्रांसफर किए जाने का अनुरोध किया। 5 अगस्त को इस मामले की सुनवाई हुई जिसमें कोर्ट ने दोनों राज्यों की पुलिस को अपना जवाब देने के लिए कहा था।
ED का रिया चक्रवर्ती को समन
सुशांत के पिता ने FIR में रिया पर कई गंभीर आरोप लगाए गए थे। इसमें से एक आरोप सुशांत के अकाउंट से 15 करोड़ रुपए ट्रांसफर करने का भी था। इसी आधार पर ED ने मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया। इसके बाद प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने रिया चक्रवर्ती को समन जारी किया। ED ने रिया को 7 अगस्त को मुंबई में एजेंसी के सामने पेश होने के लिए कहा था।
वहीं सुशांत सिंह की मौत का मामला CBI को ट्रांसफर होने के बाद SIT गठित कर रिया समेत 6 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है। CBI के ज्वाइंट डायरेक्टर मनोज शशिधर और डीआईजी गगनदीप गंभीर की निगरानी में जांच होगी। इन्वेस्टिगेशन टीम की अगुआई एसपी नूपुर प्रसाद करेंगी।
Created On :   7 Aug 2020 10:35 AM IST