Dabangg 3 Review: पर्दे पर दिखेगा सलमान का स्वैग, मिलेगा दमदार एक्टिंग और एक्शन का डोज

Dabangg 3 Review: पर्दे पर दिखेगा सलमान का स्वैग, मिलेगा दमदार एक्टिंग और एक्शन का डोज

डिजिटल डेस्क, मुम्बई। सलमान खान और सोनाक्षी सिन्हा स्टारर फिल्म दबंग 3 आज सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। इसका निर्देशन प्रभुदेवा ने किया है। इस​​ फिल्म से महेश मांजरेकर की बेटी साई मांजरेकर ने बॉलीवुड डेब्यू किया है। इनके अलावा फिल्म में अरबाज खान और किच्चा सुदीप भी हैं। यह फिल्म सलमान की पिछली दो फिल्मों दबंग और दबंग 2 का प्रीक्वल है। इस बात से बिल्कुल इंकार नहीं किया जा सकता कि सलमान इस फिल्म को अपने फैंस के लिए ही लेकर आए हैं।

फिल्म की कहानी की बात की जाए तो कहानी की शुरुआत ऐक्शन और कॉमिक अंदाज में होती है, जहां चुलबुल पांडे (सलमान खान) एक शादी में लूटे गए सोने के गहनों को गुंडों से बचाकर उसे वापस दिलवाता है। इस केस को सुलझाते हुए चुलबुल का सामना खूंखार माफिया सरगना बाली (सुदीप किच्चा) से होता है, जहां चुलबुल को अतीत के अपने वे तमाम घाव याद आ जाते हैं, जो अभी भी हरे हैं। बाली ही वह दरिंदा था, जिसने पास्ट में चुलबुल से सबकुछ छीन लिया था। अब जबकि बाली एक बार फिर चुलबुल की जिंदगी में तबाही लाना चाहता है, तो चुलबुल के लिए जरूरी हो जाता है कि वह अपनी वर्दी के फर्ज के साथ-साथ परिवार की भी रक्षा करे।

अपनी पत्नी रज्जो (सोनाक्षी सिन्हा) से मिलने से पहले चुलबुल खुशी (सई मांजरेकर) से मोहब्बत करता था। असल में चुलबुल की मां (डिंपल कपाड़िया) ने खुशी को चुलबुल के भाई मक्खी (अरबाज खान) के लिए पसंद किया था, मगर मक्खी को शादी करने में कोई रुचि नहीं थी, तो चुलबुल और दहेज परंपरा के खिलाफ जाकर अपनी मंगेतर खुशी को डॉक्टर बनाने के लिए कटिबद्ध है, मगर तभी उनके प्यार पर ग्रहण लग जाता है। बाली की नजर खुशी पर पड़ती है और वह खुशी को पाने के लिए उतावला होकर कुछ भी करने पर आमादा है। बाली ने चुलबुल के साथ अतीत में ऐसा क्या किया था कि चुलबुल के लिए हिसाब चुकाना जरूरी था? बस इसी बात पर फिल्म की कहानी आगे बढ़ती है। इसे जानने के लिए आपको सिनेमाघरों को रुख अपनाना होगा। 

प्रभुदेवा का डायरेक्शन कमाल है। उन्होंने इसे उसी तरह निर्देशित किया है, जैसे सलमान के फैंस को उन्हें दबंग सीरीज में देखना पसंद है। सलमान का शर्ट लैंस अदांज और खूंखार रुप दर्शकों को सीटी बजाने पर मजबूर कर देता है। सलमान  परदे पर यह पुलिसवाला एक ही समय पर अनेकों गुंडों को मारकर धूल चटाने में माहिर है। रोमांस में भी सलमान का कोई मुकाबला नहीं। डॉयरेक्टर ने सलमान की इन खूबियों का बखूबी उपयोग किया है। हालांकि​ फिल्म् की लंबाई थोड़ी ज्यादा है। सलमान उस पर ध्यान देते तो उसे क्रिप्स किया जा सकता था। फिल्म में फिल्माए गए सीन हों, या क्लाइमैक्स की फाइट, रॉ ऐक्शन बहुत ही रोमांचक है। फिल्म के तमाम मसालों में प्रभु ने दहेज, नोटबंदी, पानी के सरंक्षण जैसे मुद्दों को भी डाल दिया है। 

फिल्म के गाने तो पहले ही हिट हो चुके हैं। साजिद-वाजिद के संगीत में "मुन्ना बदनाम हुआ" रेडियो मिर्ची के दसवें पायदान पर है, तो "आवारा" और "हुड हुड" भी लोगों ने खूब पसंद किया है। अब बात करें एक्टिंग की तो रॉबिनहुड की एक्टिंग पर तो कोई सवाल नहीं उठाया जा सकता। फिल्म के हर सीन में सलमान का स्वैग देखने लायक है। सोनाक्षी खूबसूरत लगी हैं, मगर उन्हें ज्यादा स्क्रीनस्पेस नहीं मिला है। नवोदित अभिनेत्री के रूप में सई प्यारी और मासूम लगी हैं। लेकिन बाली के रुप में किच्चा सुदीप का किरदार दमदार है। बाकी सहयोगी कलाकार की भूमिका भी शानदार रही है। अगर आप सलमान के फैन है तो आपको एक बार य​ह फिल्म सिनेमाघर में जाकर जरुर देखना चाहिए। 

Created On :   20 Dec 2019 4:27 AM GMT

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