Beed News: आष्टी तहसील में बादल फटने जैसी बारीश ने मचाई तबाही, जनजीवन अस्त-व्यस्त 30 गांवों का संपर्क टूटा

आष्टी तहसील में बादल फटने जैसी बारीश ने मचाई तबाही, जनजीवन अस्त-व्यस्त 30 गांवों का संपर्क टूटा
  • बाढ़ में फंसे 20 नागरिकों को हेलीकॉप्टर से सुरक्षित निकाला गया
  • खेतों में पानी, फसलें बर्बाद

Beed News. ज़िला लगातार दूसरे दिन भारी बारिश की चपेट में है। रविवार आधी रात से शुरू हुई मूसलाधार बारिश सोमवार को भी जारी रही, जिससे बीड, गेवराई, पटोदा, शिरूर और आष्टी तहसील में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। आष्टी तहसील में बादल फटने जैसी बारिश हुई, जिससे देवलाली और आदियो सहित कई गांवों में पानी घुस गया। सबसे गंभीर स्थिति आष्टी तहसील के कड़ा क्षेत्र में रही, जहां नदी के किनारे स्थित एक परिवार के 11 लोग बाढ़ में फंस गए। प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उन्हें हेलीकॉप्टर की मदद से सुरक्षित बाहर निकाला। शेरी खुर्द के कुछ लोग भी बाढ़ में फंस गए थे, जिन्हें एनडीआरएफ और प्रशासनिक टीमों ने बचाया। अब तक कुल 20 लोगों को सुरक्षित निकाले जाने की पुष्टि प्रशासन ने की है।

दूसरी ओर, बीड-अहिल्यानगर राजमार्ग पर पानी भर जाने से यातायात पूरी तरह ठप हो गया है। कड़ा शहर के आसपास की नदियाँ और नहरें उफान पर हैं और 50 सालों में पहली बार कड़ा शहर पानी की चपेट में आ गया है। कई घरों में पानी घुस गया है और लोग सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने को मजबूर हैं। प्रशासन ने एनडीआरएफ की टीम तैनात कर दी है और लगातार बचाव कार्य जारी है।


जिलेभर में बाढ़ की स्थिति

माजलगांव, गेवराई, धारूर, वडवणी, परली, अंबाजोगाई और केज तहसीलों में भी नदियाँ उफान पर हैं। ग्रामीणों में भय का माहौल है और प्रशासन ने सभी को सतर्क रहने की अपील की है।

खेतों में पानी, फसलें बर्बाद

भारी बारिश और बाढ़ के पानी से किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया है। खेतों में खड़ी फसलें बह गईं, जिससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है।

Created On :   15 Sept 2025 6:04 PM IST

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