Bhandara News: भेल कंपनी के खिलाफ आंदोलन करना किसानों को पड़ा महंगा

भेल कंपनी के खिलाफ आंदोलन करना किसानों को पड़ा महंगा
16 किसान न्यायालय के चक्कर काट रहे

‌Bhandara News भारतीय हेवी इलेक्ट्रानिक (भेल) प्रकल्प के लिए किसानों से जमीन अधिग्रहित की गई थी। वर्षों बाद भी जब प्रकल्प शुरू नहीं हुआ तो किसानों ने इस वर्ष विधायक परिणय फुके के नेतृत्व में कंपनी की जमीन पर आंदोलन कर धान की रोपाई की। ऐसे किसानों को कंपनी प्रबंधन ने नोटिस भेजी। अब किसानों को न्यायालय के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। किसानों को जिला व सत्र न्यायालय में हाजिर रहना पड़ा।

भेल प्रकल्प के लिए जमीन देने वाले किसान लंबे समय से कंपनी शुरू करने की मांग कर रहे हंै। लेकिन कंपनी प्रबंधन किसानों की मांग पूर्ण नहीं कर पा रहा है। किसानों ने यह मुद्दा विधायक परिणय फुके के सामने रखा।

फुके ने किसानों को लेकर भेल कंपनी की जमीन पर आंदोलन करते हुए धान की रोपाई की। जिसके बाद कंपनी भी सक्रीय हो गई। कंपनी ने विधायक फुके को छोड़ सभी 16 किसानों को नोटिस भेजे। इन किसानों को अब बार-बार न्यायालय के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। उन्हें मानसिक व आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बुधवार 24 सितंबर को भेल प्रकल्पग्रस्त शेतकरी संगठन के अध्यक्ष विजय नवखरे, मुंडीपार की सरपंच मनोरमा हुमने, भोजराज भदाडे, बामनी के उपसरपंच हरिभाऊ वरखडे, संतोष पुराम, सागर टेकाम, ज्ञानेश्वर पडोले उपस्थित थे। किसानों को मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है।

Created On :   25 Sept 2025 2:46 PM IST

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