New Vice-Chancellor: प्रो. आर. पी. दुबे बने रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के कुलगुरु

प्रो. आर. पी. दुबे बने रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के कुलगुरु

भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय (आरएनटीयू) में प्रो. रवि प्रकाश दुबे ने कुलगुरु का पदभार ग्रहण किया। मध्यप्रदेश के माननीय राज्यपाल मंगू भाई पटेल द्वारा उन्हें विश्वविद्यालय का कुलगुरु नियुक्त किया गया है। उनके आगमन पर विश्वविद्यालय परिवार द्वारा भव्य स्वागत किया गया। कुलगुरु प्रो. रवि प्रकाश दुबे के स्वागत अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति संतोष चौबे, प्रो-चांसलर डॉ. अदिति चतुर्वेदी वत्स, आईक्यूएसी के निदेशक डॉ. नितिन वत्स, प्रो-वाईस चांसलर डॉ. संजीव गुप्ता, कुलसचिव डॉ. संगीता जौहरी सहित विश्वविद्यालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों, संकाय सदस्यों एवं विद्यार्थियों ने पुष्पगुच्छ देकर उनका अभिनंदन किया।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति संतोष चौबे ने कहा कि प्रो. रवि प्रकाश दुबे एक कुशल शिक्षाविद् और प्रभावी प्रशासक हैं। उनके नेतृत्व में विश्वविद्यालय शिक्षा, अनुसंधान और नवाचार के नए आयाम स्थापित करेगा। उनका व्यापक अनुभव और अकादमिक दृष्टि विश्वविद्यालय को उत्कृष्टता की नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में सहायक सिद्ध होगी। हमें पूर्ण विश्वास है कि उनके मार्गदर्शन में रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय वैश्विक स्तर पर अपनी अलग पहचान बनाएगा। उनके प्रशासनिक अनुभव और शिक्षण में उत्कृष्टता के कारण विश्वविद्यालय में शैक्षणिक गुणवत्ता और अनुसंधान को नई दिशा मिलेगी। छात्र-छात्राओं को उन्नत शिक्षा और नवीन अवसर प्राप्त होंगे। हम सभी को उनकी नेतृत्व क्षमता पर गर्व है और उनके सफल कार्यकाल की शुभकामनाएँ देते हैं।

प्रो. रवि प्रकाश दुबे का शैक्षणिक एवं प्रशासनिक अनुभव

प्रो. रवि प्रकाश दुबे उच्च शिक्षा और अकादमिक प्रशासन के क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित व्यक्तित्व हैं। उनके नेतृत्व में डॉ. सी.वी. रामन विश्वविद्यालय छत्तीसगढ़ ने बीते 16 वर्षों में कई उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं। उन्होंने वर्ष 2009 में गणित विभाग में प्राध्यापक के रूप में कार्यभार संभाला और अपनी विद्वत्ता एवं प्रशासनिक दक्षता के चलते शीघ्र ही इंजीनियरिंग विभाग के अध्यक्ष नियुक्त हुए। वर्ष 2013 में उन्हें प्रो-वाईस चांसलर बनाया गया, जिसके पश्चात वर्ष 2016 में छत्तीसगढ़ के माननीय राज्यपाल ने उन्हें कुलगुरु नियुक्त किया। उसके बाद उन्हें दूसरे टर्म के लिए माननीय राज्यपाल ने पुनः नियुक्त किया। उनका दूसरा कार्यकाल 2021 से 2024 तक रहा। उनके कार्यकाल में विश्वविद्यालय ने शिक्षण, अनुसंधान और नवाचार के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की। उनके नेतृत्व में विश्वविद्यालय को नैक (NAAC) द्वारा 'ए' ग्रेड प्राप्त हुआ जो कि अकादमिक गुणवत्ता का प्रमाण है।

शिक्षा और नवाचार के क्षेत्र में उनकी प्रमुख उपलब्धियां

प्रो. दुबे के कार्यकाल में शिक्षा के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां प्राप्त हुईं। उनके मार्गदर्शन में विश्वविद्यालय ने इंजीनियरिंग, प्रबंधन, विज्ञान, फार्मेसी, खेल सहित विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण प्रगति की। उनके मार्गदर्शन में अत्याधुनिक इनक्यूबेशन सेंटर की स्थापना, छत्तीसगढ़ी शोध एवं सृजनपीठ केंद्र की स्थापना, भारतीय ज्ञान परंपरा केंद्र का शुभारंभ, छत्तीसगढ़ी संजोही एवं लोककला केंद्र की स्थापना, प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्र का संचालन, विभिन्न राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मान्यताएं एवं शोध केंद्रों जैसी महत्वपूर्ण संस्थाओं की स्थापना हुई। इन सभी प्रयासों ने विश्वविद्यालय को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

कुलगुरु महोदय के आगमन पर विश्वविद्यालय में सभी विभागों के डीन, विभागाध्यक्ष, संकाय सदस्य, प्रशासनिक अधिकारी एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। सभी ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।

Created On :   2 Jun 2025 5:24 PM IST

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