Chhindwara News: सर्पदंश पीड़ित को नहीं मिली 108 संजीवनी एंबुलेंस

सर्पदंश पीड़ित को नहीं मिली 108 संजीवनी एंबुलेंस
  • निजी वाहन से नागपुर ले गए परिजन
  • सर..एंबुलेंस के टायर खराब हैं, नागपुर नहीं जा सकता
  • इस घटना ने सिविल अस्पताल की आपातकालीन सेवाओं पर सवाल खड़े कर दिए।

Chhindwara News: जिले के नागरिक गांवों में ही नहीं जिला मुख्यालय में भी लचर स्वास्थ्य सेवाओं का सामना कर रहे हैं। मंगलवार शाम को पांढुर्ना के सिविल अस्पताल में कुछ ऐसा ही प्रमाण सामने आया जब सर्पदंश से पीडि़त मरीज को नागपुर भेजने के लिए 108 संजीवनी एंबुलेंस बुलाई गई तो एंबुलेंस चालक ने आम लोगों के सामने ही कहा.. सर मेरी एंबुलेंस के टायर खराब हैं, नागपुर नहीं जा सकता। अंतत: परिजनों ने निजी एंबुलेंस का इंतजाम किया और मरीज को नागपुर ले गए।

मिली जानकारी के अनुसार पूर्व जनपद अध्यक्ष मनोहर सिंह ठाकुर के बेटे तुषार को सर्पदंश के उपरांत तबीयत बिगड़ने पर सिविल अस्पताल लाया गया। जहां प्राथमिक उपचार कर डॉक्टरों ने हालत गंभीर बताते हुए तुषार को नागपुर रेफर किया। इसी दौरान अस्पताल में मौजूद 108 एंबुलेंस से मरीज को नागपुर ले जाने कहा गया। एंबुलेंस ड्राइवर ने एंबुलेंस नागपुर ले जाने से इंकार कर दिया।

ड्राइवर ने पूर्व जनपद अध्यक्ष मनोहर सिंह ठाकुर और यहां मौजूद डॉ. डॉ.मिलिंद गजभिए के सामने कहा कि सर, मेरी एंबुलेंस के टायर खराब हैं। नागपुर नहीं जा सकता। अगर एंबुलेस लेकर गया तो बीच रास्ते में ब्रेकडाउन हो सकता है।

आप कोई वाहन या कोई और एंबुलेंस बुला लीजिए। इसके बाद शिशुरोग विशेषज्ञ डॉ.मिलिंद गजभिए ने खुद कॉल कर दूसरी एंबुलेंस बुक करनी चाही, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। आखिरकार परिजन घायल तुषार को निजी वाहन से नागपुर ले गए। इस घटना ने सिविल अस्पताल की आपातकालीन सेवाओं पर सवाल खड़े कर दिए।

इनका कहना है

पाढुर्ना की 108 संजीवनी एंबुलेंस अनफिट है। यहां अक्सर नांदनवाड़ी और सौंसर से एंबुलेंस भेजी जाती है। इस विषय को लेकर कई बार उच्च अधिकारियों से पत्राचार किया है। पांढुर्ना जिला मुख्यालय के अस्पताल में एलएस सुविधा वाली एंबुलेंस भी नहीं है। इस व्यवस्था में सुधार होना चाहिए।

-डॉ. दीपेश सलामे बीएमओ पांढुर्ना

Created On :   9 July 2025 1:14 PM IST

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