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Jabalpur News: मासूम बच्चों के सिर पर आफत भरी छत

- कई बार बताया सब को लेकिन अब तक आया कोई नहीं
- घमापुर शाला की छत से प्लास्टर के टुकड़े गिरते हैं, प्रार्थना है राजस्थान सी घटना यहां न हो
- जिन भी भवनों को जर्जर घोषित किया गया है उन्हें खाली करा लिया गया है।
Jabalpur News: जीवन का सबक सीखने स्कूल जाने वाले बच्चों की जान मुसीबत में है। कई स्कूलों के कमरे इतने जर्जर हो गए हैं कि न जाने कब किसके ऊपर गिर पड़ें कोई भरोसा नहीं। सीलन और बदबू भरे कक्षों में घंटों बैठना तो फिर भी कोई बड़ी सजा नहीं है लेकिन यदि कभी अचानक ही भरभराकर छत ढह जाए तो इससे जो नुकसान होगा उसकी भरपाई कभी नहीं की जा सकेगी।
घमापुर क्षेत्र के एक स्कूल के कुछ कक्ष इतने जर्जर हो गए हैं कि छत का प्लास्टर लगातार गिर रहा है। बड़े-बड़े टुकड़े ऐसे गिरते हैं जैसे भूकम्प आ गया हो। इसे देखकर शिक्षकों ने बीआरसी, डीईओ, नगर निगम और कलेक्ट्रेट तक में बच्चों की खातिर शिकायत की लेकिन किसी ने मौके पर जाकर देखने तक की जुर्रत नहीं की।
राजस्थान के झालावाड़ में शुक्रवार को दर्दनाक हादसा हो गया। वहां के एक सरकारी स्कूल का पूरा कमरा ही ढह गया। इससे अब तक 7 बच्चों की मृत्यु हो गई है और 28 घायल हैं जिनमें से 9 की हालत गंभीर है। प्रशासन ने वहां के शिक्षकों को सस्पेंड कर दिया है। अब यह समझ नहीं आ रहा कि शिक्षकों ने बिल्डिंग बनाई थी या उन्होंने कमरा गिरा दिया। यह तो रही राजस्थान की बात, अब हमारे शहर के हालात देखें तो कोई बहुत अंतर नहीं है।
यहां के दर्जनों स्कूल बुरी तरह जर्जर हैं और बच्चे उन्हीं में पढ़ाई कर रहे हैं। घमापुर के शासकीय प्राथमिक बालक शाला नम्बर-1 के हाल देखें तो लगता है कि भवन न जाने कब गिर पड़ेगा। इसके 2 कमरे बुरी तरह जर्जर हो गए हैं और बाकी के दो भी उसी राह पर हैं। शिक्षकों ने हर दर पर शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। यह तय है कि यदि यहां किसी दिन कोई हादसा हुआ तो सबसे पहले शिक्षकों को सस्पेंड कर दिया जाएगा लेकिन उन अधिकारियों और कर्मचारियों पर कोई कार्रवाई नहीं होगी जो शिकायत मिलने के बाद भी कुर्सी से हिले तक नहीं।
जिन भी भवनों को जर्जर घोषित किया गया है उन्हें खाली करा लिया गया है। किचन शेड या अन्य स्थानों में भी आवाजाही प्रतिबंधित की जा रही है।
- योगेश शर्मा, जिला परियोजना समन्वयक
1719 प्राथमिक-माध्यमिक स्कूल, 103 जर्जर
जिले में प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों की संख्या 1719 है। इनमें से 103 जर्जर स्कूल हैं। शिक्षा विभाग ने 84 स्कूलों की लिस्ट लोक निर्माण विभाग को दी है और उन्हें गिराने के लिए कहा है।
Created On :   26 July 2025 6:11 PM IST