Jabalpur News: सात साल बाद एलपीआर में फिर गरजी लाइट फील्ड गन, हरराउण्ड में सटीक फायर

सात साल बाद एलपीआर में फिर गरजी लाइट फील्ड गन, हरराउण्ड में सटीक फायर
एक गन ने हर टेस्ट पास किया, दूसरी आज फाइनल टेस्टिंग से गुजरेगी, तीसरी असेंबलिंग फेज में

Jabalpur News: गन कैरिज फैक्ट्री में तकरीबन 7 साल बाद लाइट फील्ड गन (एलएफजी) सेक्शन के दरवाजे खुले हैं। इस गन के एक्सपर्ट को अलग-अलग सेक्शनों से तलाश कर फिर एकजुट किया गया। चंद दिनों की मशक्कत के बाद अब दो गनें बनकर न केवल तैयार हुई हैं, बल्कि हर एक टेस्ट में खुद काे पहले की तरह साबित किया है। एलपीआर में एक गन ने 22 राउण्ड की फायरिंग को कम्प्लीट कर लिया, वहीं दो गनों ने 100 किमी की रोड ट्रायल की दौड़ भी पूरी कर ली है।

लंबे अर्से बाद एलएफजी गनों का प्राेडक्शन सेना की ओर से आई 18 गनों की डिमांड के बाद शुरू किया गया है। इसके लिए दिसंबर 2025 तक की टाइम लिमिट तय की गई है। लिहाजा, निर्माणी प्रशासन ने इस पर पूरी ताकत झोंक रखी है। जानकारों का कहना है कि इस बात के लिए प्रयास किए जा रहे हैं कि इससे हर महीने में 4 से 5 गनें तैयार की जा सकें। इसके लिए दूसरे सेक्शनों से भी कर्मचारियों के साथ-साथ मशीनरी भी उपयोग में लाई जा रही है।

तीन लाइट फील्ड गनें तैयार

जीसीएफ पहली खेप में तीन गनें डिस्पैच करने वाली है। पहली गन ने पूरे टेस्ट पास कर लिए हैं। दूसरी गन का फायर टेस्ट आज गुरुवार को कम्प्लीट होने जा रहा है, वहीं तीसरी गन प्रोडक्शन की आखिरी स्टेज में है। रोड ट्रायल पूरा होने के साथ ही तीनों को सेना के सुपुर्द किया जा सकेगा।

18 गनोें के नए ऑर्डर से उम्मीदें

फैक्ट्री के निर्माण के बाद से ही एलएफजी प्रमुख उत्पादन हुआ करती थी, टेक्नाेलॉजी एडवांस हुई और धनुष जैसे नए प्राेडक्ट आए जिससे एलएफजी की डिमांड घटती गई। तकरीबन 7 साल से एलएफजी का प्राेडक्शन पूरी तरह से बंद रहा है। 18 गनों का नया ऑर्डर मिलने से नई उम्मीद भी जागी है।

बेहद हल्की, हेलीकॉप्टर से शिफ्टिंग मुमकिन

पहाड़ी क्षेत्र में आसान पहुंच

एलएफजी की सबसे बड़ी खासियत इसकी रीचनेस है। जानकार कहते हैं कि दुर्गम से दुर्गम ऐसा क्षेत्र जहां दूसरी गनें नहीं पहुंच सकतीं, वहां एलएफजी ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है।

बेहद कम वजन, असेंबलिंग भी आसान

एलएफजी का वजन काफी कम तकरीबन 2400 किग्रा है। यही कारण है कि इस गन को हेलीकॉप्टर से उठाकर कभी भी और कहीं भी शिफ्ट किया जा सकता है। इसकी असेंबलिंग भी काफी आसान है।

19 किमी रेंज, टारगेट पर एक्यूरेसी

एलएफजी की फायरिंग रेंज भले ही ज्यादा नहीं लेकिन इसकी एक्यूरेसी कमाल की है। जानकार कहते हैं कि यह गन 19 किमी तक के दायरे में किसी भी टारगेट को तबाह कर सकती है। दुश्मन को अपनी मौजूदगी का अहसास करने के लिए सामान्य तौर पर यही गनें फायर की जाती हैं।

Created On :   23 Oct 2025 6:47 PM IST

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