Jabalpur News: इस बार भी तिरपाल के नीचे बैठकर होगा मटर का व्यवसाय, नई मंडी में इंतजामों का पता नहीं

इस बार भी तिरपाल के नीचे बैठकर होगा मटर का व्यवसाय, नई मंडी में इंतजामों का पता नहीं
20 दिन में शुरू हो जाएगा मटर का सीजन, पशोपेश में व्यापारी-किसान

Jabalpur News: शीत ऋतु के साथ मटर का सीजन भी प्रारंभ होने वाला है। आने वाले 20 दिन में आसपास के इलाकों से किसान मटर बेचने के लिए जबलपुर कृषि उपज मंडी आने लगेंगे। मटर के व्यापार के लिए विगत वर्ष औरिया बायपास पर नई मंडी शुरू की गई थी, लेकिन व्यापारियों और किसानों ने इसका जमकर विरोध किया था, जिसके बाद प्रशासन ने धारा 165 लगाकर सभी व्यापारियों को नई मंडी से ही मटर का व्यापार करने पर मजबूर कर दिया था। जैसे-तैसे सीजन खत्म हुआ और नई मंडी के निर्माण को लेकर योजनाएं भी बनती रहीं, लेकिन एक बार फिर मटर का सीजन सिर पर आ गया है, लेकिन नई मंडी की व्यवस्थाएं शून्य ही हैं।

व्यापारियों का आरोप है कि मंडी प्रशासन ने पूरा साल बीतने पर भी नई मंडी में सिर्फ बाउंड्रीवॉल, गेट और वाहनों की आवाजाही के लिए एक सड़क का निर्माण किया है, जिससे व्यवस्थाओं में सुधार होने से ज्यादा बदहाली नजर आएगी। हालांकि मंडी प्रशासन का कहना है कि मटर के सीजन में अभी काफी समय है। नई मंडी में व्यापार के लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं कर ली गई हैं। जिन चीजों में कमी है, इनको लेकर 24 अक्टूबर को प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में व्यापारियों के साथ बैठक का आयोजन किया गया है, जो भी कमियां होंगी उन्हें दूर किया जाएगा।

इस बार पाटन-कटंगी तक लगेगा जाम

मटर व्यापारियों का कहना है कि औरिया बायपास पर बनी नई मंडी में प्रवेश और निकासी के लिए जो गेट बनाए गए हैं, वो 12-12 फीट के हैं। मटर के सीजन में सैकड़ों की संख्या में छोटे-बड़े वाहन मंडी पहुंचेंगे। इसके अलावा विगत वर्ष मंडी से लगी दोनों तरफ की सर्विस रोड को चौड़ा करने की भी बात हुई थी, लेकिन इस पर भी कोई ध्यान नहीं दिया गया। इसी के साथ नई मंडी तक पहुंचने के लिए हाईवे से किसानों को लंबा चक्कर लगाना पड़ेगा, जिससे पीक सीजन में पाटन और कटंगी तक जाम लगेगा, जिसका खामियाजा व्यापारियों और किसानों को भुगतना पड़ेगा।

टेंडर के नाम पर जुटाए 40 करोड़, निर्माण किया नहीं

जबलपुर कृषि उपज मंडी व्यापारी संघ के अध्यक्ष अजीत साहू ने आरोप लगाया है कि मंडी प्रशासन ने विगत वर्ष नियम-कायदों का हवाला देकर व्यापारी और किसानों को नई मंडी में व्यापार करने के लिए मजबूर कर दिया था। इसके बाद कई गड़बड़ियां करने के बाद 136 दुकानों के आवंटन के नाम पर 40 करोड़ रुपए भी जुटा लिए थे, लेकिन दुकानों का निर्माण अभी तक नहीं किया गया। इसके अलावा किसानों के वाहन खड़े करने के लिए न तो कवर्ड पार्किंग बनाई गई, न ही पेयजल और विश्राम के लिए कोई स्थान तय किया गया।

नई मंडी में सुरक्षा दीवार, वाहनों की आवाजाही के लिए गेट के साथ कई जरूरी निर्माण पूरे कर लिए गए हैं। दुकानों के निर्माण में अभी कुछ समय और लगेगा, जिसको लेकर तेजी से काम चल रहा है। व्यापारियों और किसानों की परेशानियों को दूर करने के लिए जल्द ही एसडीएम व अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में जल्द बैठक आयोजित होगी।

-आरके सैयाम, मंडी सचिव

Created On :   23 Oct 2025 6:28 PM IST

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