Jabalpur News: सवा लाख में पासपोर्ट बनवाने वाला एक और अफगानी युवक गिरफ्तार

  • एटीएस ने की कार्रवाई फोटो खिंचवाने के लिए पहले कोलकाता से आ चुका था शहर
  • जानकारी के अनुसार फर्जी पासपोर्ट मामले की जांच में कोलकाता में रह रहे अकबर का नाम सामने आया था।

Jabalpur News: फर्जी दस्तावेज के आधार पर पासपोर्ट बनवाने के मामले में एंटी टेररिस्ट स्क्वाड एटीएस ने एक और अफगानी नागरिक अकबर को गिरफ्तार कर उसका पासपोर्ट जब्त किया है। पकड़े गये अफगानी नागरिक ने सवा लाख रुपये देकर सोहबत खान से पासपोर्ट बनवाया था, वह पासपोर्ट के लिए फोटो खिंचवाने पूर्व में शहर आ चुका था।

जांच टीम को इस बात की जानकारी लगने पर उसे पूछताछ के लिए बुलाया था। गिरफ्तारी के बाद रविवार को उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेजा गया है। इस मामले में एक आरोपी को पहले ही जेल भेजा जा चुका है, वहीं सोहबत खान सहित 3 को रिमांड पर लिया गया है, उन्हें 6 अगस्त को कोर्ट में पेश किया जाएगा।

जानकारी के अनुसार फर्जी पासपोर्ट मामले की जांच में कोलकाता में रह रहे अकबर का नाम सामने आया था। उसके संबंध में जानकारी जुटाए जाने पर पता चला कि वह करीब 20 साल पहले फ्लाइट से भारत आया था और उसके बाद भारत में ही बस गया था। उसने अपना पासपोर्ट फाड़ा और देश के कई शहरों में घूमता-फिरता रहा फिर कोलकाता पहुंचा था। वहां छोटा-मोटा काम शुरू किया और फिर ब्याज पर पैसे चलाने का काम करने लगा था।

फर्जीवाड़ा कर बनवाया पासपोर्ट| पूछताछ में अकबर ने बताया कि कुछ समय पूर्व उसकी पहचान जबलपुर में रहने वाले अफगानी नागरिक सोहबत खान से हुई थी। अफगानिस्तान जाने की बात पर अकबर ने उससे कहा कि उसके पास पासपोर्ट नहीं है जिस पर सोहबत ने पासपोर्ट बनवाने की बात की थी और 1 लाख 20 हजार रुपये लेकर उसे पासपोर्ट के लिए फोटो खिंचवाने जबलपुर बुलाया था, पीओपीएसके में उसकी फोटो खिंचवाकर दस्तावेजों का वेरिफिकेशन करवाकर उसे कोलकाता रवाना कर दिया था।

एके-47 से हुआ भंडाफोड़

ज्ञात हो कि सोहबत खान ने सोशल मीडिया पर एके-47 बंदूक के साथ फोटो अपलोड की थी जिसके बाद एटीएस की नजर उस पर पड़ी थी जिसके बाद शुक्रवार को फर्जी पासपोर्ट मामले में उसे गिरफ्तार किया गया था। उससे पूछताछ किए जाने पर पासपोर्ट फर्जीवाड़े में उसकी मदद करने वाले शासकीय कर्मी वन रक्षक दिनेश गर्ग निवासी विजय नगर व कटंगा निवासी महेश सुखदान को गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ में खुलासा हुआ था तीनों मिलकर छग व पश्चिम बंगाल में रह रहे 20 से अधिक अफगानियों के पासपोर्ट बनवा रहे थे।

Created On :   4 Aug 2025 6:53 PM IST

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