Jabalpur News: शहर में धमाचौकड़ी मचा रहे डंपर और हाइवा, कई में नंबर तक नहीं

शहर में धमाचौकड़ी मचा रहे डंपर और हाइवा, कई में नंबर तक नहीं
नियमों का मखौल: नहीं होती वाहनों और ड्राइवरों की जांच, किसी की जान पर भारी न पड़ जाए ये लापरवाही

Jabalpur News: राजस्थान के जयपुर स्थित हरमाड़ा इलाके में सोमवार को ब्रेक फेल होने के कारण तेज रफ्तार हाइवा ने 19 लोगों को असमय ही मौत के घाट उतार दिया। इस भयावह हादसे के बारे में जिसने भी सुना उसका कलेजा कांप गया। आवाज भी उठी कि यहां शहर के भीतरी मार्गों में बेधड़क प्रवेश कर रहे हाइवा और डंपरों की लगातार जांच क्यों नहीं की जा रही है? इस लापरवाही की कीमत कहीं लोगों को अपनी जान गंवाकर न चुकानी पड़े। जरूरी है कि हर हाइवा और डंपर के साथ उसके चालक की स्थिति की भी नियमित जांच की जाए। शहर में अनावश्यक प्रवेश करने वाले भारी वाहनों के साथ नशे में भारी वाहन चलाने वालों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाए।

नो-एंट्री और ट्रैफिक नियमों का नहीं करते पालन

जानकारों का कहना है कि ट्रैफिक पुलिस द्वारा शहर में भारी वाहनों के लिए नो-एंट्री का समय सुबह 6 से रात्रि 11 बजे तक निर्धारित है। इसके बावजूद भेड़ाघाट बायपास, धनवंतरि नगर, कटंगी बायपास, माढ़ोताल, खजरी-खिरिया, बरगी, पनागर एवं बरेला बायपास आदि इलाकों से जब-तब धड़ल्ले से ऐसे भारी वाहन अंदर तक आ धमकते हैं। इस दौरान कई बार इन्हीं यमदूतों से जानलेवा सड़क हादसे भी सामने आ सकते हैं, लेकिन इसके बावजूद आरटीओ तथा ट्रैफिक पुलिस के जिम्मेदार मूकदर्शक बने हुए हैं। जिसके चलते जयपुर जैसा हादसा यहां भी घटित होने का लगातार खतरा बना हुआ है।

हमारे द्वारा नो-एंट्री का पालन पूरी सख्ती के साथ करवाया जा रहा है। इसके अलावा सिर्फ उन्हीं भारी वाहनों को नो-एंट्री के दौरान प्रवेश करने दिया जा रहा है, जिन्हें कि कलेक्ट्रेट द्वारा परमिशन दी गई है। यदि कोई भारी वाहन नियमों के विपरीत दौड़ता पाया जाता है तो उसके खिलाफ चालानी कार्रवाई की जाती है।

बैजनाथ प्रजापति डीएसपी, ट्रैफिक पुलिस जबलपुर

आरटीओ में पंजीकृत हैं 9 सौ से ज्यादा भारी वाहन

इस संबंध में आरटीओ सूत्रों की मानें तो शहर में ट्रक, डम्पर और हाइवा काे मिलाकर 952 भारी वाहन पंजीकृत हैं। ये वाहन अधिकांश तौर पर बिल्डिंग मटेरियल, टेन्ट, फर्नीचर एवं लोहे से जुड़े व्यापारियों की सामग्री लाने व ले जाने के कारोबार में उपयोग हो रहे हैं। इनके अलावा नगर निगम के भी करीब दो दर्जन ऐसे भारी वाहन हैं, जो कि सफाई और अतिक्रमण शाखा से पंजीबद्ध हैं। मौजूदा समय में अन्य महानगरों की तरह जबलपुर में भी कई तरह के निर्माण कार्य होने के कारण दिन-रात ट्रक, डम्पर एवं हाइवा जैसे भारी वाहन लगातार दौड़ते नजर आ रहे हैं।

Created On :   4 Nov 2025 1:14 PM IST

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