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Jabalpur News: 8 से 10 किमी का सफर तय कर पहुंच रहे रांझी तहसील कार्यालय

Jabalpur News: वर्षों पूर्व तक जिला मुख्यालय कलेक्ट्रेट में ही सभी एसडीएम और तहसील कार्यालय संचालित हो रहे थे जिससे शहरी क्षेत्रों के लोगों को सारे अधिकारी एक ही स्थान पर मिल जाते थे और उन्हें अपने कार्य के लिए भटकना नहीं पकड़ा था, मगर कुछ साल पहले ही इस व्यवस्था में बदलाव किया गया है, जिसके तहत अब क्षेत्रवार एसडीएम व तहसील कार्यालय संचालित हो रहे हैं जिससे लोगों को सबसे बड़ी परेशानी यह आ रही है कि कुछ क्षेत्र के लोगों को तो अपना कार्य कराने आठ से दस किमी का सफर तय करना पड़ रहा है। खासकर रांझी में संचालित हो रहे कार्यालय को लेकर लोगों को ज्यादा परेशानी हो रही है। यहां दो कार्यालय को मर्ज कर एक कार्यालय बना दिया गया है।
ओमती कार्यालय ही हो गया समाप्त: ओमती निवासी रियाज खान, हरीश कटारिया, विमल सिंह का कहना है कि पूर्व की व्यवस्था सही थी कि एक ही बिल्डिंग में सभी कार्यालय संचालित हो रहे थे मगर अब ओमती कार्यालय को समाप्त कर रांझी स्थित एसडीएम कार्यालय में मर्ज कर दिया गया है। अब कोई भी एसडीएम व तहसीली से संबंधित कार्य कराना हो तो आठ से दस किमी दूर तक जाना पड़ता है। इतनी दूर तक का सफर तय करने के बाद जब मौके पर अधिकारी नहीं मिलते हैं तो तकलीफ और बढ़ जाती है।
कजरवारा और तिलहरी के बाशिंदे भी नाराज: रांझी संभाग में आने वाले कजरवारा, भीटा, तिलहरी और बिलहरी के आसपास के लोग भी परेशान हैं। इन्हें भी अब लंबा सफर तय करके रांझी स्थित कार्यालय आना पड़ रहा है। पहले यह कार्यालय मुख्यालय में था तो दूरी कम पड़ती थी और सड़क पर यातायात का दबाव भी कम मिलता था मगर अब तो रांझी क्षेत्र में भारी वाहनों की भीड़ में ही घंटों फंसने की नौबत आती है।
एक एसडीएम पर दो संभाग का दायित्व
रांझी और ओमती संभाग को एक ही अनुविभागीय कार्यालय में मर्ज करने से अधिकारियों पर भी काम का दबाव आ गया है। पूर्व की व्यवस्था में ओमती और रांझी दो अलग संभाग थे, जिसमें ओमती एसडीएम और रांझी एसडीएम भी अलग-अलग थे। दो कार्यालय के हिसाब से स्टाफ भी अधिक था, मगर अब एक एसडीएम के जिम्में दो संभाग का काम आ गया है। इसके अलावा निचला स्टाफ भी एक ही कार्यालय के हिसाब से है जिससे प्रकरणों के निराकरण में काफी वक्त लग रहा है। रांझी एसडीएम के क्षेत्र में एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन भी आते हैं जिससे प्रोटोकाॅल की ड्यूटी अलग निभानी पड़ रही है। शहर में आए दिन किसी न किसी वीआईपी का आगमन होता है। चाहे वह हवाई मार्ग से आए या फिर रेल मार्ग से, दोनों ही स्थानों पर प्रोटोकॉल ड्यूटी का दायित्व रांझी एसडीएम के पास है, जिससे अधिकारियों का आधे से ज्यादा वक्त तो इस ड्यूटी में ही चला जाता है।
Created On :   4 Nov 2025 6:08 PM IST












