Jabalpur News: मेडिकल कॉलेज में तैयार होंगे इमरजेंसी मेडिसिन प्रोफेशनल्स

मेडिकल कॉलेज में तैयार होंगे इमरजेंसी मेडिसिन प्रोफेशनल्स
  • नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज में मध्य प्रदेश का पहला एनईएलएस कोर्स शुरू, विशेषज्ञ देंगे विशेष ट्रेनिंग
  • जानकारी के अनुसार यह कोर्स केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की पहल है

Jabalpur News: आपातकालीन परिस्थितियों में जीवन बचाने के लिए नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज में इमरजेंसी मेडिकल प्रोफेशनल्स तैयार होंगे। इसके लिए इमरजेंसी मेडिसिन विभाग में एनईएलएस (नेशनल इमरजेंसी लाइफ सपोर्ट) कोर्स की शुरुआत सोमवार को हुई। उद्घाटन के साथ जबलपुर मेडिकल कॉलेज, प्रदेश का पहला मेडिकल कॉलेज बन गया, जहां यह कोर्स शुरू किया गया।

जानकारी के अनुसार यह कोर्स केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की पहल है, जिसका मुख्य उद्देश्य नर्सों, पैरामेडिकल वर्कर्स और डॉक्टरों को विभिन्न प्रकार की आपातकालीन स्थितियों जैसे ट्रॉमा, मेडिकल इमरजेंसी, सर्जिकल इमरजेंसी, गर्भवती महिलाओं की आपात स्थिति और बच्चों को तुरंत ठीक करने में निपुण बनाने के लिए व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करना है। महामारी की स्थिति में अथवा दूरगामी क्षेत्रों में सेवाएं दे रहे स्टाफ ट्रेनिंग के बाद जान बचाने में अहम भूमिका निभाएंगे।

लाइव डेमाे से बताए व्यावहारिक पहलू

उद्घाटन कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉलेज के डीन डॉ. नवनीत सक्सेना ने की। विशिष्ट अतिथियों के रूप में अधीक्षक डॉ. अरविंद शर्मा, एनेस्थीसिया विभागाध्यक्ष डॉ. आशीष सेठी, डॉ. ऋचा शर्मा, डॉ. अवधेश प्रताप सिंह कुशवाहा के साथ एनईएलएस नोडल इंचार्ज एवं आपातकालीन चिकित्सा विभागाध्यक्ष डॉ. मयंक चंसोरिया, डॉ. अमरेन्द्र वर्मा, डॉ. आशीष गुप्ता उपस्थित थे। इस दौरान लैब का लाइव डेमो प्रस्तुत किया गया, जिसमें प्रतिभागियों को प्राथमिक चिकित्सा, सीपीआर और ट्रॉमा रिस्पॉन्स के व्यावहारिक पहलुओं से अवगत कराया गया।

3 से 6 दिन की ट्रेनिंग हर माह 1 बैच

नोडल अधिकारी डॉ. चंसोरिया ने बताया कि आज जब चिकित्सा क्षेत्र में समय की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण हो गई है, ऐसे में आपातकालीन स्थितियों में त्वरित और प्रशिक्षित प्रतिक्रिया देना जीवन और मृत्यु के बीच का अंतर बन सकता है। कोर्स के दौरान 3 से 6 दिनों तक की ट्रेनिंग होगी।

शुरुआत में हर माह 1 बैच निकलेगा, जिसमें 25 लोगों को ट्रेनिंग दी जाएगी। इस महत्वपूर्ण उपलब्धि में नर्सिंग कॉलेज के सभी संकाय सदस्यों और कॉलेज के विभिन्न विभागों का भी अहम योगदान रहा।

लैब की मुख्य विशेषताएं

• सीपीआर, एयरवे मैनेजमेंट, कार्डियक अरेस्ट रिस्पॉन्स, ट्रॉमा केयर जैसे कोर्स

• इंटरैक्टिव और सिमुलेशन आधारित प्रशिक्षण मॉड्यूल

• अनुभवी और प्रमाणित प्रशिक्षकों द्वारा थ्योरी एवं प्रैक्टिकल सत्र

• भविष्य में नॉन-मेडिकल स्टाफ और आम नागरिकों के लिए भी बेसिक लाइफ सपोर्ट प्रशिक्षण की योजना।

Created On :   22 July 2025 6:17 PM IST

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