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Jabalpur News: शैक्षणिक संसाधनों की कमी और फीस बढ़ाने की तैयारी

- छात्रों का आरोप, रादुविवि कर रहा भविष्य से खिलवाड़
- हर विभाग में फीस 10 से 50 प्रतिशत तक बढ़ाने का प्रस्ताव तैयार कर लिया है।
- एमबीए, बीएड, बीफार्मा जैसे कोर्सों में 5 हजार से 10 हजार रुपए तक का सीधा इज़ाफ़ा किया जाना तय है।
Jabalpur News: रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय ने सत्र 2025-26 के लिए विभिन्न स्नातक, परास्नातक, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट पाठ्यक्रमों की फीस में वृद्धि करने की तैयारी कर ली है, लेकिन विश्वविद्यालय की आधारभूत सुविधाएं अभी भी ज्यों की त्यों बनी हुई हैं।
बगैर किसी ठोस सुविधा विस्तार के की जा रही यह फीस वृद्धि अब छात्रों ही नहीं, बल्कि अभिभावकों और शिक्षाविदों के लिए चिंता का कारण बनने वाली है। सूत्रों के मुताबिक अंडर-ग्रेजुएट से लेकर पोस्ट-ग्रेजुएट और प्रोफेशनल कोर्स तक, हर विभाग में फीस 10 से 50 प्रतिशत तक बढ़ाने का प्रस्ताव तैयार कर लिया है।
अंडर-ग्रेजुएट कोर्सेस में फीस बढ़ोत्तरी
एमबीए, बीएड, बीफार्मा जैसे कोर्सों में 5 हजार से 10 हजार रुपए तक का सीधा इज़ाफ़ा किया जाना तय है। इसी तरह बीए-एलएलबी, बीए-जेएमसी, बीकॉम, बीएड, बीबीए, बीसीए जैसे व्यावसायिक और लोकप्रिय पाठ्यक्रमों की फीस 1 से 5 हजार रुपए तक बढ़ाई जा रही है।
बदहाली का शिकार हैं अधिकतर विभाग
कम्प्यूटर लैब्स में या तो सिस्टम हैं ही नहीं, या फिर कबाड़ बन चुके हैं।
स्मार्ट क्लासरूम्स का सपना अब भी कागज़ों में सजा पड़ा है।
प्रैक्टिकल लैब्स अधूरी, साइंस और टेक्नोलॉजी कोर्स केवल थ्योरी तक सीमित।
वाईफाई जैसी डिजिटल सुविधा केवल बोर्ड पर लिखी रह गई है - उपयोग के नाम पर कुछ नहीं।
आधुनिक सॉफ्टवेयर्स का अभाव है जिससे छात्र कोडिंग आदि भी नहीं सीख सकते।
यह स्थिति स्पष्ट रूप से बताती है कि विवि प्रशासन द्वारा शैक्षणिक गुणवत्ता और आधारभूत संसाधनों की परवाह किए बिना केवल राजस्व बढ़ाने की मानसिकता से फीस में इज़ाफा किया जा रहा है। इस निर्णय से छात्रों में आक्रोश व्याप्त है।
पोस्ट-ग्रेजुएट कोर्सेस में फीस बढ़ोत्तरी
पोस्ट-ग्रेजुएट कोर्सेस में एमए इकोनाॅमिक्स, एमए इंग्लिश, एमए हिन्दी, एमए पॉलिटिकल साइंस जैसे विषयों की फीस में सीधे 50 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी की जा रही है। वहीं एमएससी माइक्रोबायोलाॅजी, एमएससी बोटनी, एमबीए और एमसीए जैसे तकनीकी एवं पेशेवर कोर्सेस की फीस भी 5 हजार रुपए प्रति सेमेस्टर तक बढ़ाई जाने का प्रस्ताव है।
डिप्लोमा एवं सर्टिफिकेट कोर्सेस में भी वृद्धि का सिलसिला जारी है। पीजीडीसीए, सायबर फॉरेंसिक, इलेक्ट्राॅनिक्स और योग जैसे अल्पकालिक पाठ्यक्रमों की फीस में 10 से 20 प्रतिशत तक का इजाफा किया गया है।
विवि में पिछले 8 सालों से फीस में कोई बढ़ोत्तरी नहीं की गई है। नए शिक्षा सत्र में फीस बढ़ाने का प्रस्ताव तैयार कराया जा रहा है, लेकिन अभी सिर्फ डिपार्टमेंटों से प्रस्ताव बुलाए गए हैं।
- प्रो. सुरेंद्र सिंह, अध्यक्ष प्रवेश समिति, रादुविवि
Created On : 14 May 2025 1:20 PM