Jabalpur News: बच्चे को न हो थैलेसीमिया इसलिए जरूरी है प्री-वेडिंग काउंसलिंग

बच्चे को न हो थैलेसीमिया इसलिए जरूरी है प्री-वेडिंग काउंसलिंग
  • इंटरनेशनल थैलेसीमिया डे: विशेषज्ञ बोले-पीड़ितों की सहायता के लिए करें स्वैच्छिक रक्तदान
  • पीड़ित मानवता की सेवा में अग्रसर रहने वाली संस्था रेडक्रॉस की स्थापना हेनरी ड्यूनेंट ने की थी
  • लोगों को जरूरतमंदों की सहायता करने के लिए ज्यादा से ज्यादा ब्लड डोनेशन के लिए आगे आना चाहिए।

Jabalpur News: थैलेसीमिया जेनेटिक बीमारी है। इसके प्रति अवेयरनेस को लेकर इंटरनेशनल थैलेसीमिया डे मनाया जाता है। विशेषज्ञ कहते हैं कि इस जेनेटिक डिसऑर्डर से बचने के लिए शादी के पहले लड़के-लड़की की थैलेसीमिया की जांच जरूरी है, ताकि आने वाली जनरेशन को इस गंभीर बीमारी का सामना न करना पड़े। वहीं लोगों को जरूरतमंदों की सहायता करने के लिए ज्यादा से ज्यादा ब्लड डोनेशन के लिए आगे आना चाहिए।

अवेयरनेस है जरूरी | मेडिकल कॉलेज के ब्लड बैंक इंचार्ज डॉ. शिशिर चिनपुरिया बताते हैं कि थैलेसीमिया बच्चों को न हो, इसलिए प्री-वेडिंग काउंसलिंग जरूरी है। यदि पैदा होने वाले बच्चे के माता-पिता के जींस में माइनर थैलेसीमिया होता है, तो बच्चे को मेजर थैलेसीमिया हो सकता है जो काफी घातक होता है। युवा थैलेसीमिया के बारे में जानेंगे, अवेयर रहेंगे तो इसके आगे बढ़ने के चांसेस कम होंगे।

जेनेटिक है ये ब्लड डिसऑर्डर

थैलेसीमिया एक ब्लड डिसऑर्डर है, जो जेनेटिक होता है। यह बीमारी माता-पिता से बच्चे में ट्रांसफर होती है। इस बीमारी में मरीज को खून की बहुत ज्यादा कमी होने लगती है, जिस वजह से उसे बार-बार खून की आवश्यकता पड़ती है। खून की कमी के चलते पर्याप्त मात्रा में हीमोग्लोबिन नहीं बन पाता, जिससे वह एनीमिया का भी शिकार हो जाता हैं। मरीज को जीवित रहने के लिए हर दो से तीन हफ्ते बाद खून चढ़ाने की जरूरत होती है।

स्वैच्छिक रक्दान है जरूरी

विक्टोरिया हॉस्पिटल की पैथाेलॉजिस्ट डॉ. अमिता जैन ने बताया कि शादी के पहले लड़के और लड़की के गुण भले ही मिलाएं या न मिलाएं, लेकिन थैलेसीमिया की जांच जरूर करानी चाहिए, जो गवर्नमेंट अस्पतालों में नि:शुल्क होती है। ऐसा करने से आने वाली जनरेशन में थैलेसीमिया सिकल होने की संभावना कम हाेगी। इस बीमारी से ग्रसित बच्चों को ज्यादा ब्लड की जरूरत पड़ती है। समय पर ब्लड न मिल पाने पर जान का खतरा भी बन सकता है। इसलिए लोगों को स्वैच्छिक ब्लड डोनेशन के लिए आगे आना चाहिए।

आज रेडक्रॉस डे भी

पीड़ित मानवता की सेवा में अग्रसर रहने वाली संस्था रेडक्रॉस की स्थापना हेनरी ड्यूनेंट ने की थी, जिनका जन्म 8 मई 1828 में जेनेवा, स्विट्जरलैंड में हुआ था। जिसे वर्ल्ड रेडक्राॅस डे के रूप में मनाते हैं।

Created On :   8 May 2025 5:49 PM IST

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