Jabalpur News: क्वाॅलिटी और भरोसे की जरूरत ने सपना दिखाया, हौसलों ने हकीकत में बदला

क्वाॅलिटी और भरोसे की जरूरत ने सपना दिखाया, हौसलों ने हकीकत में बदला
  • सन लाइफ केयर पैथोलॉजी ने जनस्वास्थ्य सेवा में पेश की मिसाल
  • डॉ. प्रियंका कहती हैं कि एक समय कई जाँचों के लिए हमें दूसरे शहरों पर भी निर्भर रहना पड़ता था
  • सीमित संसाधनों के बावजूद, उनके समर्पण और सेवा-भाव ने इस सेंटर ने विश्वास जीत लिया। इ

Jabalpur News: किसी भी बीमारी के लिए जरुरी है सही उपचार। इससे कही और ज्यादा जररुी है सही डायग्नोस। अब आप यह बात समझ ही गए होंगे कि है मेडिकल फील्ड में लैब की कितनी अहमियत है। तकरीबन 7 साल पहले वर्ष 2018 में डॉ. श्रीमती प्रियंका तिवारी ने यही महसूस किया किअधूरी और गलत जांच रिपोर्ट के कारण मरीजों को गलत इलाज झेलना पड़ता है।

उन्होंने एक सामाजिक दायित्व मानते हुए खुद इस सेक्टर में आने का निर्णय लिया और तरह सन लाइफ केयर पैथोलॉजी नींव रखी गई। डॉ तिवारी बताती है कि शुरुआती दौर में ही सामने आया कि खास तौर पर छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों में आज भी गुणवत्तापूर्ण पैथोलॉजी जांच की कमी है। उन्होंने एक संकल्प के साथ चेरीताल क्षेत्र में एक छोटे से सेंटर से इसकी शुरुआत की।

सीमित संसाधनों के बावजूद, उनके समर्पण और सेवा-भाव ने इस सेंटर ने विश्वास जीत लिया। इसके बाद रांझी, बिलहरी, यादव कॉलोनी (मेहता पेट्रोल पंप के पास) में शाखाएं शुरू की गईं। आज सन लाइफ केयर पैथोलॉजी का मुख्य और अत्याधुनिक सेंटर विजयनगर एकता चौक में स्थित है, जो तकनीक, क्षमता और सेवाओं के मामले में काफी महत्व रखता है।

डॉ. प्रियंका कहती हैं कि एक समय कई जाँचों के लिए हमें दूसरे शहरों पर भी निर्भर रहना पड़ता था, इसमें खर्च भी ज्यादा होता है और सबसे अहम बात है कि वक्त भी लगता है। अब ऐसे टेस्ट काफी आसान हो गए हैं।

सेंटरों में इस तरह की सुविधाएं

9-पार्ट सीबीसी, टीबी गोल्ड टेस्ट, इलेक्ट्रोफोरोसिस, यूरिन और ब्लड कल्चर, हार्मोनल टेस्टिंग और एआई आधारित रिपोर्ट एनालिसिस।

छोटे से प्रयास के जरिए लाया

डॉ. प्रियंका मानती हैं कि सफलता का यह पूरा सफर इस बात का प्रमाण है कि यदि सोच जनकल्याण की हो, तकनीक व गुणवत्ता की समझ हो और कार्य के प्रति समर्पण हो, तो एक छोटा सा स्टार्टअप भी समाज में बड़ा बदलाव ला सकता है।

सामाजिक मिशन का हिस्सा

डॉ. प्रियंका का मानना है कि सन लाइफ केयर पैथोलॉजी केवल एक व्यावसायिक प्रयोगशाला नहीं है, बल्कि यह एक सामाजिक मिशन का हिस्सा भी है। नियमित स्वास्थ्य जांच शिविर, जागरूकता अभियान और हेल्थ एजुकेशन कार्यक्रमों के जरिए महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों और गंभीर रोगों (जैसे कैंसर, डायबिटीज, थायरॉइड) से ग्रस्त मरीजों तक सही जानकारी और सुविधाएं पहुंचाई गई हैं। डॉ. प्रियंका कहती हैं कि उनका स्टार्टअप आर्थिक दृष्टि से सफल होने के साथ-साथ सामाजिक जिम्मेदारी का आदर्श मॉडल भी बन चुका है। इम्पेक्ट फीचर

Created On :   17 Jun 2025 6:51 PM IST

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