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मध्यप्रदेश में विकास की नई तस्वीर: फ्लाईओवर ब्रिज की कहानी और सबसे बड़ा फ्लाईओवर

- 23 अगस्त 2025 को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी करेंगे उद्घाटन।
- मध्यप्रदेश का सबसे लंबा और महंगा फ्लाईओवर जबलपुर में बनकर तैयार है।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। फ्लाईओवर, जिसे ओवरपास भी कहा जाता है, एक ऐसी ऊँची सड़क जो व्यस्त चौराहों, रेलवे क्रॉसिंग या ट्रैफिक वाले इलाकों को पार करके वाहनों को लगातार चलने का मौका देती है। यह पारंपरिक पुल (ब्रिज) से अलग है, क्योंकि ब्रिज अक्सर नदी या घाटी जैसी प्राकृतिक बाधाओं को पार करने के लिए बनाए जाते हैं, जबकि फ्लाईओवर का मकसद है—ट्रैफिक को स्मूथ और तेज़ बनाना।
फ्लाईओवर का इतिहास और विकास
जैसे-जैसे शहरों का विस्तार हुआ और वाहन बढ़े, ट्रैफिक जाम और सड़क दुर्घटनाओं की समस्या भी बढ़ने लगी। ऐसे में ग्रेड सेपरेशन यानी ऊँची सड़कें बनाने की जरूरत पड़ी।फ्लाईओवर का विचार इसी से निकला—जहाँ एक सड़क दूसरी सड़क को ऊपर से काटकर गुजरती है और बिना रुके ट्रैफिक आगे बढ़ जाता है।
क्यों खास है फ्लाईओवर?
फ्लाईओवर सिर्फ़ एक सड़क नहीं, बल्कि शहरों की रफ्तार बढ़ाने वाली संरचना है।
ट्रैफिक जाम से राहत: भीड़भाड़ वाले चौराहों पर समय बचता है।
सुरक्षा: कम टकराव और दुर्घटनाओं में कमी।
तेज़ आपात सेवा: एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड या पुलिस बिना रुकावट मंज़िल तक पहुँच सकती है।
शहर की कनेक्टिविटी: अलग-अलग इलाकों के बीच बेहतर संपर्क।
मध्यप्रदेश में फ्लाईओवर की शुरुआत
मध्यप्रदेश में पिछले कुछ वर्षों में कई महत्वपूर्ण फ्लाईओवर बनाए गए, जिन्होंने शहरों की काया बदल दी।
भोपाल – ऐशबाग रेलवे ओवरब्रिज (RoB): लगभग 648 मीटर लंबा, ₹18 करोड़ की लागत से बना। मार्च 2023 में शुरू हुआ, लेकिन इसके 90° मोड़ को लेकर सुरक्षा पर सवाल उठे।
भोपाल – डॉ. भीमराव अंबेडकर फ्लाईओवर: 2.9 किलोमीटर लंबा, ₹154 करोड़ लागत। हालांकि, पहली ही बारिश में डिज़ाइन और जल निकासी की खामियाँ सामने आ गईं।
इंदौर – चार फ्लाईओवर एक साथ: ₹222.25 करोड़ की लागत से तैयार हुए, जिससे शहर के ट्रैफिक दबाव में काफी राहत मिली।
मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा फ्लाईओवर: जबलपुर
मध्यप्रदेश का सबसे लंबा और महंगा फ्लाईओवर जबलपुर में बनकर तैयार है।
लंबाई: 6.855 किलोमीटर
लागत: ₹1,052 करोड़
महत्व: यह फ्लाईओवर जबलपुर शहर को नई दिशा देगा और इसे राज्य के सबसे बड़े इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में गिना जा रहा है।
उद्घाटन: 23 अगस्त 2025 को केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी करेंगे उद्घाटन।
फ्लाईओवर ने शहरों को तेज़ी से जोड़ने और ट्रैफिक की समस्याओं को कम करने में अहम भूमिका निभाई है। भोपाल और इंदौर जैसे शहरों में कुछ डिज़ाइन खामियाँ ज़रूर सामने आईं, लेकिन जबलपुर का नया फ्लाईओवर मध्यप्रदेश के विकास का एक नया प्रतीक बनने जा रहा है। यह न केवल ट्रैफिक को आसान बनाएगा, बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था और शहर की रफ्तार को भी नया आयाम देगा।
इतिहास और विकास: शहरों के बढ़ते ट्रैफिक और दुर्घटनाओं को कम करने के लिए फ्लाईओवर बनाए गए।
फायदे: समय की बचत, जाम से राहत, सुरक्षा और आपात सेवाओं के लिए तेज़ रास्ता।
मध्यप्रदेश में शुरुआत: बीते कुछ वर्षों में भोपाल, इंदौर और जबलपुर जैसे बड़े शहरों में कई फ्लाईओवर बने।
सबसे बड़ा फ्लाईओवर: जबलपुर का 6.855 किलोमीटर लंबा फ्लाईओवर, जिसकी लागत ₹1,052 करोड़ है।
उद्घाटन: 23 अगस्त 2025 को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी करेंगे उद्घाटन।
Created On :   21 Aug 2025 3:07 PM IST