आदिवासी हास्टल में पोहे की जगह दिया जाता था बासा तला चावल

आदिवासी हास्टल में पोहे की जगह दिया जाता था बासा तला चावल
छात्र संगठनों ने मोर्चा खोला मोर्चा, लगाए गंभीर आरोप

डिजिटल डेस्क जबलपुर। एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय में एक नहीं अनेक प्रकार की अनियमितताएँ थीं। यहाँ के सैकड़ों बच्चे बस किसी प्रकार अपनी पढ़ाई कर रहे थे। उनके साथ इतनी ज्यादती हुई जिसे सुनकर किसी का भी कलेजा फट पड़ेगा। रोजाना दर्जनों बच्चे बिना भोजन किए ही स्कूल चले जाते थे। कई बार उन्हें पोहे की जगह रात के या एक दिन पहले सुबह के यानी बासे चावल को ही तलकर दे दिया जाता था। इस बार सब्जी की कयामत कहें या उसकी मेहरबानी की हॉस्टल की कलई खुल गई। कुछ दिनों पहले यहाँ के एक अतिथि शिक्षक ने पूरी पोल खोलकर रख दी थी लेकिन उसे ही प्रताडि़त िकया जाने लगा था। यह अच्छी बात है िक अब हॉस्टल के मुद््दे की जाँच के िलए छात्र संगठनों ने मोर्चा खोल दिया है जिससे यह मामला ठंडा नहीं पड़ेगा और निश्चित ही अभी कई और पर गाज गिरना तय है।

सोमवार को रामपुर के एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के छात्र-छात्राओं को कटहल की सब्जी खिलाई गई थी जिसके बाद 100 से अधिक बच्चों को उल्टी-दस्त होने लगे थे और आनन-फानन में उन्हें अस्पतालों में भर्ती िकया गया। इस दौरान विद्यालय की प्रभारी प्राचार्य गीता साहू, बालिका छात्रावास की अधीक्षक प्राथमिक शिक्षक और मैस प्रभारी ज्योति बाला गोल्हानी तथा बालक छात्रावास के अधीक्षक उच्च श्रेणी शिक्षक मोहन पटेल को तत्काल प्रभार से निलम्बित कर िदया गया था।

एक माह पूर्व हुआ था खुलासा

बताया जाता है कि यहाँ एक माह पूर्व एक अतिथि शिक्षक थे जिनकी काबिलियत के कारण वे छात्र-छात्राओं के चहेते बन गए थे। उनके पास कुछ िदनों तक मैस का भी प्रभार था। उन्होंने बच्चों को अच्छे नाश्ते और भोजन की व्यवस्था की जिससे सब खुश थे। उन्होंने कुछ अनियमितताओं को रोक दिया था जिस पर उन्हें हटाकर शोकॉज नोटिस भी दे िदया गया था। इसके बाद उन्होंने कई खुलासे किए थे। उनका कहना था िक रसोइयों से मूल कार्य न कराकर कपड़े धुलवाए जाते थे, बासी भोजन िदया जाता था।

केवल 3 बच्चे मेडिकल में भर्ती, हालत खतरे से बाहर

अब केवल 3 बच्चे ऐसे हैं जिनका उपचार अभी भी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में िकया जा रहा है। इनमें एक बच्चे का हीमोग्लोबिन बेहद कम है जबकि 2 अन्य को दूसरी मामूली बीमारी है जिसके कारण उनका उपचार जारी है। अधीक्षक डॉ. अरविंद शर्मा का कहना है िक उन्हें भी जल्द डिस्चार्ज कर िदया जाएगा।

संभागीय उपायुक्त को सौंपा ज्ञापन

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जबलपुर महानगर द्वारा फ़ूड पॉइजनिंग की घटना के विरोध में संभागीय उपायुक्त जनजातीय कार्य विभाग के खिलाफ नारेबाज़ी कर ज्ञापन सौंपा। घटना की निंदा करते हुए दोषियों पर कार्यवाही की माँग के साथ-साथ 7 सूत्रीय ज्ञापन सौंपा गया। इस दौरान राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य माखन शर्मा, महानगर मंत्री ऐश्वर्य सोनकर, आर्या राजे सिंह, सहमंत्री आर्यन पुंज, जानवी पंजवानी उपस्थित रहे।

भोजन लेकर कलेक्ट्रेट पहँुचे छात्र

एनएसयूआई के कार्यकर्ता हॉस्टल का खाना लेकर कलेक्ट्रेट पहँुचे और अधिकारियों से कहा िक वे यह भोजन करके देखें कि क्या यह ढाई करोड़ रुपयों के खर्च से बन रहा है। जिला अध्यक्ष सचिन रजक ने आरोप लगाया कि सरकार भ्रष्टाचार में लीन है। चेतावनी दी गई कि जल्द ही आदिवासियों पर अत्याचार बंद नहीं किया गया तो उग्र प्रदर्शन किया जाएगा। इस मौके पर मोहम्मद अली, यशु नीखरा, शुभम यादव, अभिषेक दाहिया, नितीश बड्डा, अर्पित दाहिया आदि उपस्थित थे।

Created On :   20 Sep 2023 5:59 PM GMT

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