स्टार हेल्थ कंपनी काे बीमा नियामक आयोग के आदेश पर देना पड़ा क्लेम

स्टार हेल्थ कंपनी काे बीमा नियामक आयोग के आदेश पर देना पड़ा क्लेम
आरोप: उसके बाद भी बीमा अधिकारियों ने कर दी कटौती

डिजिटल डेस्क,जबलपुर।

चार साल से पॉलिसी का प्रीमियम बीमित देते आ रहे हैं और जब उन्हें जरूरत पड़ी तो बीमा अधिकारियों ने कैशलेस का वादा तो किया पर बाद में नो क्लेम कर दिया। क्लेम के लिए पॉलिसी धारक बीमा अधिकारियों से संपर्क कर रहे हैं तो जिम्मेदार कोई जवाब नहीं दे रहे हैं। ऐसी ही शिकायत राजस्थान जयपुर निवासी श्रीमती पूनम ने की है। उन्होंने बताया पति राजेश का स्वास्थ्य खराब हो गया। चेक कराने पर खुलासा हुआ कि निमोनिया बिगड़ गया है। लिंक अस्पताल में लंबे समय तक इलाज चला। इलाज के दौरान जनवरी 2023 में छुट्टी होते वक्त बीमा कंपनी में बिल जमा करने मेल किया तो कैशलेस से रिजेक्ट कर दिया। मरीज को कर्ज लेकर अस्पताल का भुगतान करना पड़ा। बीमा कंपनी में सारे बिल व रिपोर्ट सबमिट की गई तो वहाँ से जल्द भुगतान करने का वादा किया पर अचानक क्लेम रिजेक्ट कर दिया। पीड़िता का आरोप है बिल का भुगतान नहीं करने पर कई बार बीमा कंपनी में संपर्क किया पर वहाँ से उचित उत्तर नहीं मिला। परेशान होकर बीमा लोकपाल में शिकायत की गई और वहाँ से सुनवाई के बाद पूरा भुगतान करने के निर्देश दिए पर बीमा कंपनी ने उसमें भी कटौती कर दी। पीड़ित का आरोप है कि उनके साथ व अन्य लोगों के साथ स्टार हेल्थ इंश्योरेंस गोलमाल कर रही है फिर भी कंपनी पर सख्त एक्शन नहीं लिया जा रहा है।

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Created On :   1 Sep 2023 8:55 AM GMT

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