जबलपुर: बिना ढके ही ले जाया जा रहा घरों से निकला अपशिष्ट, संक्रमण का बढ़ा खतरा, मूकदर्शक बने जिम्मेदार

बिना ढके ही ले जाया जा रहा घरों से निकला अपशिष्ट, संक्रमण का बढ़ा खतरा, मूकदर्शक बने जिम्मेदार
कचरा परिवहन में न सेहत की चिंता और न नियमों का पालन

डिजिटल डेस्क,जबलपुर।

घरों से निकलने वाले अपशिष्ट का परिवहन इन दिनों आम नागरिकों की सेहत और नियमों का पालन किए बिना ही किया जा रहा है। ऐसा इसलिए, क्योंकि इस कूड़े को डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन में लगे कर्मचारी बिना ढके ही अपने वाहनों में भरकर ले जाते हैं। इस दौरान हवा में उड़ने वाले बारीक कण अपशिष्ट के संपर्क में आने पर उन्हें बीमार कर देते हैं। इसके बावजूद नगर निगम के जिम्मेदार भी बेसुध बने हुए हैं और समस्या जस की तस है।

घरों से लेकर डम्प करने तक में कोताही

जानकारों की मानें तो शहर के गली-मोहल्लों से लेकर पॉश कॉलोनियों तक से कचरा एकत्र करने वाले डोर-टू-डोर के वाहनों सहित कचरे को कठौंदा प्लांट तक ले जाने वाले भारी वाहन भी खुले में ही कचरा उसके विनष्टीकरण के लिए ले जाते हैं। इस दौरान न तो संबंिधत कंपनी के आला अधिकारी और न ही नगर निगम के जिम्मेदार ही कभी कचरा परिवहन किस तरह से किया जा रहा है इस बारे में जाँच-पड़ताल करते हैं, इसलिए कूड़े का परिवहन रोजाना खुले तौर पर ही किया जा रहा है।

हवा में उड़कर फैला रहा बीमारियाँ

जानकारों की मानें तो घरों से निकलने वाले कूड़े में न सिर्फ सब्जी और फलों का अपशिष्ट ही शामिल होता है, बल्कि कीटनाशकों एवं दवाइयों के खाली पैकेट्स भी इसी अपशिष्ट में शामिल होते हैं और इसलिए जब इस कचरे को खुले तौर पर ले जाया जाता है, तब इसके बारीक कण हवा में तैरकर लोगों को नेत्र व्याधियाँ, साँस संबंधी रोग एवं स्किन एलर्जी जैसी बीमारियों से भी ग्रसित कर देते हैं। इसके अलावा खुले में कचरा ले जाने से यह सड़कों पर भी गिरता जाता है और साफ-सुथरे मार्ग भी कुछ घंटों में ही पुन: गंदगी से अट जाते हैं।

इन नियमों के साथ होना चाहिए कचरे का परिवहन

जानकारों की मानें तो डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन के तहत कुछ विशेष नियमों का पालन जरूर होना चाहिए। मसलन कचरे को कपड़े अथवा मोटी पॉलीथिन से ढककर ले जाना चाहिए। इसके अलावा सूखा एवं गीला कचरा अलग-अलग एकत्र करना चाहिए। इसके साथ ही कूड़ा परिवहन के कर्मचारियों द्वारा स्वयं भी फेस एवं हेयर मास्क के अलावा हैण्ड ग्लव्स के साथ कचरा उठाना चाहिए और घरों से एकत्र करने के बाद कठौंदा प्लांट तक ले जाते समय पूरी तरह से पैक वाहन में ही इस अपशिष्ट का परिवहन होना चाहिए।

वाहनों में खुले तौर पर कचरा ले जाने वाले पर हमारे द्वारा चालानी कार्रवाई की जाती है। ऐसा नहीं किया जाए इसके लिए समय-समय पर निर्देश भी दिए जाते हैं। यदि आगे भी इस तरह की शिकायतें मिलती हैं तो कार्रवाई जरूर की जाएगी।

-भूपेन्द्र सिंह, स्वास्थ्य अधिकारी नगर निगम जबलपुर

Created On :   28 Nov 2023 9:39 AM GMT

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