विधायकों की अयोग्यता पर एक्शन में विधानसभा अध्यक्ष - गुरुवार से भेजा जाएगा नोटिस

विधायकों की अयोग्यता पर एक्शन में विधानसभा अध्यक्ष - गुरुवार से भेजा जाएगा नोटिस
  • दोनों ही गुटों के सभी 54 विधायकों को नोटिस भेजने की तैयारी
  • जिन्हें नोटिस भेजा जाएगा उनमेंं शिंदे और आदित्य ठाकरे भी शामिल
  • 7 दिन के अंदर जवाब दाखिल करने के लिए कहा जाएगा

डिजिटल डेस्क, मुंबई, सोमदत्त शर्मा। विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर शिवसेना के दोनों ही गुटों के सभी 54 विधायकों को गुरुवार को नोटिस भेजने की तैयारी में हैं। यह नोटिस दोनों ही गुटों द्वारा दायर की गई अयोग्यता की याचिका के मामले में सुनवाई के लिए दिया जाएगा। इसके साथ ही विधानसभा अध्यक्ष ने शिवसेना की घटना, पार्टी प्रमुख और अन्य जानकारी केंद्रीय चुनाव आयोग से भी मांगी है। इन सभी विधायकों को नोटिस मिलने के 7 दिन के अंदर अपना जवाब दाखिल करने के लिए कहा जाएगा। राहुल नार्वेकर ने 'दैनिक भास्कर' से बातचीत में कहा कि बहुत जल्द इन सभी विधायकों को नोटिस भेजकर एक साथ नहीं बल्कि एक-एक करके बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया जाएगा।

दोनों गुटों की होगी सुनवाई- नार्वेकर

सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने विधायकों की अयोग्यता के मामले में कार्रवाई शुरू कर दी है। बुधवार को नार्वेकर ने बताया कि शिंदे और ठाकरे गुट के सभी विधायकों को अयोग्यता की याचिका पर सुनवाई के लिए उनका कार्यालय नोटिस भेजने की तैयारी में है। नार्वेकर ने कहा कि गुरुवार से विधायकों को नोटिस भेजने की प्रक्रिया शुरु हो जाएगी। जिन विधायकों को नोटिस भेजा जाएगा उनमें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उद्धव गुट के विधायक आदित्य ठाकरे भी शामिल हैं। राहुल नार्वेकर ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार उन्होंने विधायकों की अयोग्यता पर सुनवाई की प्रक्रिया शुरु कर दी है। उन्होंने कहा कि उनके पास दोनों ही गुटों की तरफ से एक दूसरे के ऊपर अयोग्यता की याचिका दाखिल की गई थी इसलिए उन्होंने दोनों ही गुटों के विधायकों को इस मामले में सुनवाई के लिए नोटिस भेजा है।

केंद्रीय चुनाव आयोग से मंगाया गया है डाटा- नार्वेकर

नार्वेकर ने कहा कि केंद्रीय चुनाव आयोग ने एकनाथ शिंदे गुट को शिवसेना पार्टी की मान्यता दी है। इसलिए उन्होंने चुनाव आयोग से भी शिवसेना पार्टी से जुड़े हुए दस्तावेज भी मंगाए हैं। जुलाई 2022 में जिस समय उनके पास दोनों ही गुटों ने एक दूसरे पर अपात्रता की कार्रवाई की याचिका दाखिल की थी उससे संबंधित जानकारियां भी इकट्ठी की जा रहीं हैं। उन्होंने कहा कि इस पूरी प्रक्रिया में समय लग सकता है क्योंकि इस मामले को पारदर्शक बनाने के लिए उन्होंने शिवसेना के सभी 54 विधायकों को नोटिस भेजने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि ठाकरे गुट के कुछ नेता उन पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन वह बगैर किसी दबाव के निष्पक्ष फैसला देंगे। नार्वेकर ने कहा कि फैसला देने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने कोई समय सीमा नहीं दी है इसलिए वह एक-एक सुबूत पर गौर करने के बाद ही किसी निष्कर्ष पर पहुंचेंगे।

Created On :   18 May 2023 12:30 AM IST

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