Mumbai News: प्रदेश भर में अब स्थापित होगी 47 एकीकृत नर्सरी, शहापुर और डहाणु में एकीकृत

प्रदेश भर में अब स्थापित होगी 47 एकीकृत नर्सरी, शहापुर और डहाणु में एकीकृत
  • शहापुर और डहाणु में एकीकृत नर्सरी
  • पांच टिशू कल्चर लैब बनाने की योजना

Mumbai News. प्रदेश सरकार के वन विभाग की तरफ से राज्य भर में अब 47 एकीकृत (इंटीग्रेटेड) नर्सरी स्थापित किया जाएगा। डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर सरकारी रोपवाटिका का आधुनिकीकरण व मजबूतीकरण योजना के तहत जिला मुख्यालय पर एकीकृत नर्सरी स्थापित की जाएगी। मंत्रालय के एक अधिकारी ने ‘दैनिक भास्कर’ से बातचीत में यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि वन व सामाजिक वनीकरण विभाग के लगभग 280 नर्सरी हैं। जिसमें से 47 नर्सरी को एकीकृत नर्सरी के रूप में विकसित किया जाएगा। एकीकृत नर्सरी में पौधा उगाने का काम किया जाएगा। बाकी नर्सरी पहले की तरह पौधा वितरण का काम शुरू रहेगा। एकीकृत नर्सरी में अत्याधुनिक तरीके से विभिन्न प्रकार के पौधे विकसित किए जा सकेंगे। जिला स्तर पर योजना बद्ध तरीके से ज्यादा पौधे उगाए जा सकेंगे। फिलहाल नर्सरी में अलग-अलग पौधों को उगाया जाता था। इसके लिए खर्च भी अधिक होते हैं। इसके बजाय एकीकृत नर्सरी में एक ही जगह पर पौधे उगाए जाएंगे। इससे एकीकृत नर्सरी बनाए जाने से पौधा वितरित का काम आसानी से हो सकेगा। अधिकारी ने बताया कि वनमहोत्सव के समय नर्सरी के पौधों को सरकारी व अर्धसरकारी कार्यालयों, कॉलेजों और दूसरे संस्थानों को निर्धारित दर पर वितरित किया जाता है। इसके साथ ही सेना को मुफ्त में पौधे दिए जाते हैं।

शहापुर और डहाणु में एकीकृत नर्सरी

ठाणे के शहापुर तहसील के वाशिंद और पालघर के डहाणु तहसील के भराड गांव में एकीकृत नर्सरी बनाई जाएगी। पुणे के आंबेगाव, सोलापुर के बार्शी, सातारा के कराड व खंडाला समेत कई जिलों में एकीकृत नर्सरी तैयार की जाएगी।

पांच टिशू कल्चर लैब बनाने की योजना

अधिकारी ने बताया कि प्रदेश के वन मंत्री गणेश नाईक ने पांच टिशू कल्चर लैब बनाने की परिकल्पना की है। पुणे, नागपुर, छत्रपति संभाजीनगर, अमरावती और उत्तर महाराष्ट्र विभाग एक-एक टिशू कल्चर लैब स्थापित करने की योजना है। इसके लिए नागपुर स्थित प्रधान मुख्य वन संरक्षक कार्यालय के माध्यम से प्रस्ताव तैयार किया जाएगा। फिर वन विभाग की मंजूरी के बाद विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) बनाया जाएगा। इन पांचों विभागों में टिशू कल्चर लैब के लिए ऐसी जगह को चिन्हित किया जाएगा, जहां से पूरे राज्य में पौधों के वितरण में आसानी हो सकेगी।

क्या है टिशू कल्चर लैब

अधिकारी ने बताया कि आमतौर पर पौधे बीज और कलम से तैयार किए जाते हैं। लेकिन टिशू कल्चर विधि में छोटी से पत्ती, जड़ और तने से पौधे तैयार किए जाते हैं। टिशू कल्चर विधि से उगाए गए पौधों में रोग नहीं लगते हैं। टिशू कल्चर विधि से विभिन्न प्रजातियों के पौधों को विकसित किया जाएगा।

विभागवार एकीकृत नर्सरी

विभाग संख्या

ठाणे- पालघर-रायगड 3

पुणे 7

नागपुर 8

अमरावती 6

नाशिक 11

छत्रपति संभाजीनगर 12

कुल 47


Created On :   17 Sept 2025 9:27 PM IST

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