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उद्धव ठाकरे को बड़ा झटका : शिंदे-फडणवीस की मौजूदगी में शिंदे गुट में शामिल हुईं नीलम गोर्हे
- विकास कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए शिंदे गुट में शामिल हुई- नीलम गोर्हे
- उद्धव ठाकरे को बड़ा झटका
- गोरहे के खिलाफ भाजपा विधायक ने वापस लिया अविश्वास प्रस्ताव
डिजिटल डेस्क, मुंबई। शिवसेना (उद्धव गुट) को एक और बड़ा झटका लगा है। पार्टी की नेता और विधान परिषद की उपसभापति नीलम गोरहे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की उपस्थिति में शुक्रवार को शिंदे गुट में शामिल हो गईं। नीलम गोरहे की गिनती उद्धव ठाकरे के करीबियों में होती थी। शिंदे गुट में शामिल होने पर उद्धव गुट ने गोरहे पर निशाना साधा है। विधायक अनिल परब ने कहा कि उनके जाने से शिवसेना का असली कार्यकर्ता काफी दुखी है। वहीं मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने नीलम गोरे के शिवसेना (शिंदे गुट) में शामिल होने को एक ऐतिहासिक पल बताया है।
विकास कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए शिंदे गुट में शामिल हुई- नीलम गोरहे
शिंदे गुट में शामिल होने पर नीलम गोरहे ने कहा कि राज्य की मौजूदा एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस की सरकार को महिलाओं, आदिवासी और किसानों के मुद्दे पर काम करना है। यही कारण है कि इन्हीं कार्यों का समर्थन करने और इन्हें आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने शिंदे गुट में शामिल होने का फैसला किया है। गोरहे ने कहा कि शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना आगे बढ़ रही है।
नीलम गोरहे का साथ आना ऐतिहासिक पल- एकनाथ शिंदे
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने नीलम गोरहे के शिवसेना में शामिल होने पर कहा कि शिवसेना-भाजपा की युति कितनी मजबूत है इसका उदाहरण राज्य की मौजूदा सरकार है। गोरहे का हमारे साथ में आना एक ऐतिहासिक पल है। राज्य में बालासाहेब ठाकरे के विचारों वाली सरकार है। शिंदे ने कहा कि जैसा बालासाहेब ठाकरे, प्रमोद महाजन और अटल बिहारी वाजपेयी ने जो युति बनाई थी वह अभी भी बरकरार है। पिछले एक साल में हमारी सरकार ने कई बड़े निर्णय लिए हैं जो की राज्य के हितों को देखकर लिए गए हैं। उद्धव ठाकरे का नाम लिए बगैर शिंदे ने निशाना साधते हुए कहा कि हम बालासाहेब ठाकरे के विचारों को आगे लेकर बढ रहे हैं।
इतने पद लेने के बाद भी पार्टी से दगा कर देते हैं लोग- अनिल परब
उद्धव गुट के विधायक अनिल परब ने कहा कि नीलम गोरहे के शिंदे गुट में जाने से पार्टी को कोई नुकसान नहीं हुआ है लेकिन शिवसेना का जमीनी कार्यकर्ता काफी दुखी है। परब ने गोरहे पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी ने उन्हें चार बार विधान परिषद में भेजा और उन्हें विधान परिषद में उपसभापति भी बनाया। अब वह मंत्री बनने के लिए शिंदे गुट में शामिल हुई हैं। इतने पद लेने के बाद भी अगर पार्टी से कोई दगा करता है तो उसे वह शोभा नहीं देता।
गोरहे के खिलाफ भाजपा विधायक ने वापस लिया अविश्वास प्रस्ताव
भाजपा विधायक प्रवीण दरेकर ने उपसभापति नीलम गोरहे पर विपक्ष का नेता रहते हुए पक्षपात का आरोप लगाकर उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव दाखिल किया था। जिसे अब वापस ले लिया गया है। विधायक प्रसाद लाड ने कहा कि नीलम गोरहे के खिलाफ जो अविश्वास प्रस्ताव पेश किया गया था उसका अनुमोदन मैंने किया था, जिसे उनके शिंदे गुट में शामिल होने से पहले वापस ले लिया गया।
Created On :   7 July 2023 8:37 PM IST