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विश्व गर्भाशय मुख कैंसर उन्मूलन दिन: कैंसर पीड़ित महिलाओं का आधार बना कामा अस्पताल
- 300 से अधिक महिलाओं का हुआ मुफ्त में इलाज
- हर साल दुनिया में होती है 3 लाख मौतें
- महिलाओं में होनेवाला चौथा आम कैंसर
डिजिटल डेस्क, मुंबई. ब्रेस्ट कैंसर के बाद गर्भाशय मुख का कैंसर (सर्वाइकल कैंसर) महिलाओं में ज्यादा पाया जाता है। सर्वे के अनुसार भारतीय महिलाओं में कैंसर से होने वाली मौत का सबसे आम कारण सर्वाइकल कैंसर भी है। इस कैंसर से पीड़ित गरीब व मध्यम तबके की महिलाओं के लिए राज्य सरकार द्वारा संचालित कामा एंड अल्बेल्स अस्पताल आधार बन गया है। बीते तीन वर्षों में इस अस्पताल में 300 से अधिक सर्वाइकल कैंसर पीड़ित महिलाओं का मुफ्त में इलाज किया गया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, सर्वाइकल कैंसर से हर साल दुनिया मे 3 लाख से अधिक महिलाओं की मौत होती है। इनमें से 85 प्रतिशत से अधिक मौतें निम्न और मध्यम आय वाले देशों में होती हैं। सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में होने वाला चौथा सबसे आम कैंसर है। इस कैंसर के प्रति जागरूकता के लिए 17 नवंबर को विश्व सर्वाइकल कैंसर उन्मूलन दिवस मनाया जाता है। इसी दिन चार वर्ष पहले राज्य सरकार के कामा अस्पताल में इलाज की सुविधा शुरू की गई थी। वर्ष 2020 से लेकर अक्टूबर 2023 तक कामा अस्पताल में सर्वाइकल कैंसर पीड़ित 302 महिलाओं का मुफ्त में इलाज किया गया है।
मरीजों की संख्या देखते हुए शुरू की गई सुविधा
देश में कैंसर के मरीजों के इलाज के लिए प्रसिद्ध टाटा अस्पताल में भार बढ़ने से यहां इलाज के लिए मरीजों को लंबा इंतजार करना पड़ता है। जिससे मरीजों को समय पर इलाज मिलने में दिक्कत आती है। इसे ध्यान में रखते हुए, राज्य सरकार ने कामा अस्पताल में स्तन और सवाईकल कैंसर से पीड़ित महिलाओं के लिए कीमोथेरेपी और रेडियोथेरेपी केंद्र शुरू किया था।
ब्रेस्ट कैंसर का भी होता है इलाज
कामा अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि सिर्फ सर्वाइकल कैंसर ही नहीं बल्कि स्तन कैंसर से पीड़ित महिलाओं का भी यहां इलाज किया जाता था। अभी तक ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित 736 महिलाओं का सफलतापूर्वक इलाज किया गया है। उन्होंने बताया कि यदि शीघ्र निदान हो जाए तो सर्वाइकल कैंसर का इलाज आसान है। लेकिन महिलाओं में जब तक लक्षण सामने आते हैं तब तक कैंसर एडवांस स्टेज पर पहुंच जाता है। उन्होंने कहा कि महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर के बारे में जनजागृति और नियमित परीक्षण भी आवश्यक है।
वर्ष - सर्वाइकल कैंसर - स्तन कैंसर
2000 - 80 - 200
2021 - 130 - 263
2022 - 57 - 176
2023 - 35 - 97
कुल - 302 - 736
Created On :   17 Nov 2023 8:22 PM IST