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बीच मझदार में फंसे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे - बोले जैसा चल रहा है चलने दो
- अजित गुट को सरकार में शामिल करने का फैसला भाजपा का
- शिवसेना के किसी विधायक पर नहीं होगी ज्यादती
- मानसून सत्र से पहले होगा मंत्रिमंडल विस्तार!
डिजिटल डेस्क, मुंबई, सोमदत्त शर्मा. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता अजित पवार ने जब से राज्य के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली है, तभी से शिवसेना (शिंदे गुट) में तनाव की खबरें आ रही हैं। इसी को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री और शिवसेना के मुख्य नेता एकनाथ शिंदे ने बुधवार देर रात कोर कमेटी की बैठक बुलाई थी, जिसमें पार्टी के सांसदों और विधायकों को बुलाया गया था। दैनिक भास्कर को सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि एकनाथ शिंदे ने बैठक में मौजूद सांसदों और विधायकों को कह दिया है कि सरकार में जैसे चल रहा है वैसे चलने दें। शिंदे ने विधायकों और सांसदों से कहा कि इस सरकार में आपके विकास कार्य नहीं रुकेंगे। बैठक में शिंदे के इस तरह के बयान से कयास लगाए जा रहे हैं कि एकनाथ शिंदे अब बीच मझधार में अटके हुए दिखाई दे रहे हैं।
अजित गुट को सरकार में शामिल करने का फैसला भाजपा का
बुधवार को शिंदे गुट के नेताओं के अजित पवार के विरोध में सुर तेज हुए, तो अपने विधायकों और सांसदों को साधने के लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को अपनी पार्टी की कोर कमेटी की बैठक बुलानी पड़ी। बैठक में मौजूद रहे पार्टी के एक नेता ने नाम नहीं छापने की शर्त पर दैनिक भास्कर को बताया कि बैठक शुरु होते ही सबसे पहले मुख्यमंत्री शिंदे ने सभी विधायकों और सांसदों को अपनी अपनी बात रखने का मौका दिया। बताया जा रहा है कि बैठक में कुछ सांसदों और विधायकों को छोड़कर ज्यादातर ने अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर सवाल उठाए। एक विधायक ने तो यहां तक भी कह दिया कि जब राज्य में शिंदे और भाजपा की सरकार मिलकर चल रही थी और विधायकों की जरूरत नहीं थी, तो फिर अजित पवार गुट को सरकार में शामिल क्यों किया गया? इस पर जवाब देते हुए एकनाथ शिंदे ने कहा कि सरकार में किसे शामिल करना है, इसका फैसला बड़ा दल होने के नाते भाजपा ले सकती है।
शिवसेना के किसी विधायक पर नहीं होगी ज्यादती
शिंदे ने बैठक के आखिर में अपने विधायकों और सांसदों से कहा कि मौजूदा हालातों में शिवसेना के किसी भी विधायक और सांसद पर कोई ज्यादती नहीं की जाएगी। आपके विधानसभा क्षेत्र में चल रहे विकास के कार्य नहीं रुकेंगे। बैठक में मौजूद इस नेता ने कहा कि राज्य के मौजूदा राजनीतिक हालात ऐसे हो गए हैं कि वह न तो सरकार से अलग हो सकते हैं और न ही उद्धव ठाकरे के साथ वापस जा सकते हैं। शिंदे ने विधायकों से राज्य सरकार या फिर अजित पवार पर कोई भी टिप्पणी करने से बचने को कहा है।
मानसून सत्र से पहले होगा मंत्रिमंडल विस्तार!
खबर है कि राज्य की शिंदे-फडणवीस-अजित पवार सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार विधानसभा के मानसून सत्र से पहले ही हो सकता है। शिंदे गुट से एक या दो मंत्रियों को हटाकर उनकी जगह पर तीन से चार नए मंत्रियों को शपथ दिलाई जा सकती है। अजित गुट के जिन नौ मंत्रियों ने मंत्री पद की शपथ ली थी, उनके न तो अभी तक विभाग बांटे गए हैं और न ही उन्हें मंत्रालय में बैठने के लिए दफ्तर जारी किए गए हैं।
Created On :   7 July 2023 5:42 PM IST