मुख्यमंत्री शिंदे ने इस्तीफे की अटकलों को अफवाह बताया

मुख्यमंत्री शिंदे ने इस्तीफे की अटकलों को अफवाह बताया
  • सीटों के बंटवारे को लेकर कोई समस्या नहीं
  • विनायक राऊत के दावे को दी चुनौती

डिजिटल डेस्क, मुंबई। उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाले राकांपा (अजित गुट) के राज्य सरकार में शामिल होने के बाद से इस्तीफे को लेकर लगाई जा रही अटकलों पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सफाई दी है। उन्होंने शिवसेना (शिंदे गुट) के विधायकों की नाराजगी की खबरों को भी खारिज कर दिया है। गुरुवार को मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरे इस्तीफे की खबरें केवल अफवाह है। मेरे इस्तीफे को लेकर जानबूझकर भ्रम फैलाने की कोशिश कर रही है, लेकिन इसमें कोई सच्चा नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि साल 2024 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जिताने के लिए चुनावी गणित के तहत उपमुख्यमंत्री अजित सरकार को लेकर में शामिल किया गया है। मैंने बुधवार देर रात को शिवसेना (शिंदे गुट) के विधायकों और सांसदों के साथ बैठक की थी। मैंने शिवसेना (शिंदे गुट) सभी विधायकों और सांसदों को समझा दिया है कि किस परिस्थिति में यह फैसला हुआ है। इससे अब शिवसेना के विधायकों और सांसदों में कोई नाराजगी नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष राज्य में शिंदे-फडणवीस सरकार बनने के दिन से ही सरकार गिरने का दावा कर रहा है। लेकिन सरकार दिन पर दिन मजबूत होती जा रही है। अब सरकार के पास 200 से अधिक विधायकों का समर्थन है।

सीटों के बंटवारे को लेकर कोई समस्या नहीं

मुख्यमंत्री ने कहा कि सत्तारूढ़ तीनों दल मिलकर साल 2024 के लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र की 45 सीटें जीतेगी, जबकि विधानसभा चुनाव में 200 से अधिक सीटें जीतेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सत्तारूढ़ तीनों दलों के बीच लोकसभा और विधानसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर कोई समस्या नहीं होगी। तीनों दलों के वर्तमान विधायकों की सीटें उसी दल के पास रहेंगी, जबकि बची हुई सीटों के बारे में आमसहमति से फैसला ले लिया जाएगा। वहीं, स्थानीय निकाय चुनाव के बारे में जिला स्तर पर निर्णय लेने की अनुमति दी जाएगी।

विनायक राऊत के दावे को दी चुनौती

शिवसेना (उद्धव गुट) के सांसद विनायक राऊत ने दावा किया है कि राज्य सरकार में मंत्री न बन पाने वाले शिवसेना (शिंदे गुट) के 8 से 10 विधायक पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के संपर्क में हैं। इसके जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि राऊत को उद्धव से संपर्क करने वाले विधायकों का नाम बतना चाहिए। मैं उन्हें चुनौती देता हूं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव घर में बैठकर सरकार चला रहे थे। ऐसे लोगों के पास वापस कोई विधायक जा सकता है क्या? विधायकों को भी सही और गलत के बारे में पता है। सरकार में रहने से विधायकों के निर्वाचन क्षेत्र में विकास काम हो रहे हैं।

Created On :   6 July 2023 9:52 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story