महारेरा की महेरबानी: दो बार एक्सटेंशन के बाद भी समय पर पूरा नहीं हुआ कल्पतरु मैगनस प्रोजेक्ट

दो बार एक्सटेंशन के बाद भी समय पर पूरा नहीं हुआ कल्पतरु मैगनस प्रोजेक्ट
  • अब मार्च 2025 में फ्लैट खरीदारों को पजेशन देने का वादा
  • दो बार मिला एक्सटेंशन, फिर भी काम अधूरा

डिजिटल डेस्क, मुंबई। रियल एस्टेट कंपनी कल्पतरु के बीकेसी स्थित परियोजना में घर खरीदने वालों का इंतजार खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। महारेरा द्वारा दो बार एक्सटेंशन मिलने बावजूद यह प्रोजेक्ट पूरा होने का नाम नहीं ले रहा। अब फ्लैट खरीदारों को मार्च 2025 में पजेशन देने का वादा किया गया है। कल्पतरु समूह ने मई 2018 में बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) में अपना रियल एस्टेट प्रोजेक्ट ‘कल्पतरु मैगनस' शुरू किया था। महारेरा रजिस्ट्रेशन के नियमानुसार इस प्रोजेक्ट को जून 2023 में पूरा हो जाना था। साल 2020 में आई वैश्विक महामारी कोविड-19 की वजह से महारेरा ने राज्य के सभी रियल एस्टेट प्रोजेक्ट को रियायत देते हुए प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए 6 महीने का अधिक समय दिया था। वहीं कल्पतरु ग्रुप के ‘कल्पतरु मैगनस' परियोजना को समय पर पूरा करने के लिए महारेरा ने दो बार एक्सटेंशन दिया, लेकिन यह परियोजना अब तक पूरी नहीं हो पाई है। इसे पूरा करने में हो रही लेटलतीफी की वजह से इस प्रोजेक्ट में घर खरीदने वाले परेशान हैं। ग्राहकों की लगातार आ रही शिकायतों के बाद अब मार्च 2025 तक फ्लैट खरीदारों को पजेशन देने का वादा बिल्डर ने किया है। इससे खरीदारों के अपने घर में रहने का सपना लंबा होता जा रहा है।

एक्सटेंशन की मार से खरीदार परेशान

बता दें कि बीकेसी में कल्पतरु समूह ‘कल्पतरु मैगनस' नाम से ए, बी, सी ऐसे तीन टावर तैयार कर रहा है। महारेरा नियम के अनुसार इस प्रोजेक्ट को जून 2023 में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था, परन्तु कोरोना महामारी के कारण इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए महारेरा से 6-6 महीने का दो एक्सटेंशन दिया है। इस प्रोजेक्ट को एक्सटेंशन के बाद अब जून 2024 तक पूरा होना है। लेकिन अब कल्पतरु ग्रुप ने इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए अतिरिक्त एक साल का एक्सटेंशन महारेरा से मांगा है। जिसके बाद महारेरा की कृपा से अब इस प्रोजेक्ट को पूरा करने का लक्ष्य जून 2025 रखा गया है।

कोराना की आड़ में लेट लतीफी

कल्पतरु ग्रुप (समूह) प्रोजेक्ट में हुई देरी के लिए कोविड-19 को कारण बता रहा। ग्रुप का दावा है कि दिसंबर 2024 तक प्रोजेक्ट का काम पूरा हो जाएगा। प्रोजेक्ट पूरा करने के लिए जून 2025 का बफर डेट रखा गया है। इसके बाद दिसम्बर 2024 या जनवरी 2025 में लिफ्ट, फायर एनओसी अनुमति के लिए आवेदन किया जाएगा। इसके बाद ओसी मिलेगी। टावर ‘ए' और ‘बी' का काम 15 दिन में पूरा हो जाएगा, जबकि टावर ‘सी' करीब 21 मंजिल बनकर तैयार है। मार्च 2025 तक फ्लैट का पजेशन देने की योजना है। इस बारे में बातचीत करने के लिए ‘दैनिक भास्कर’ ने कल्पतरु ग्रुप के ग्राहक संपर्क प्रमुख प्रदीप नायर से संपर्क करने की कोशिश की पर उन्होंने प्रतिसाद नहीं दिया।


अभ्युदय नगर में म्हाडा इमारतों के पुनर्विकास के लिए 51 प्रतिशत सहमति पत्र अनिवार्य

उधर कालाचौकी के अभ्युदय नगर में म्हाडा की इमारतों के समूह (क्लस्टर) पुनर्विकास के लिए बिल्डर को 51 प्रतिशत घर मालिकों से सहमति पत्र लेना अनिवार्य होगा। अभ्युदय नगर में म्हाडा की इमारतों का क्लस्टर पुनर्विकास निर्माण एवं विकास एजेंसी के माध्यम से किया जाएगा। राज्य के गृहनिर्माण विभाग ने इस बारे में शासनादेश जारी किया है। अभ्युदय नगर में म्हाडा की इमारतों के पुनर्विकास परियोजना को जल्द गति से पूरी करने के लिए राज्य के गृहनिर्माण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव की वल्सा नायर सिंह अध्यक्षता में अधिकार प्राप्त समिति गठित की जाएगी। समिति के सदस्य के रूप में म्हाडा के उपाध्यक्ष तथा मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजीव जायस्वाल , मुंबई मनपा के अतिरिक्त आयुक्त, गृहनिर्माण विभाग के सह सचिव को शामिल किया जाएगा। जबकि मुंबई गृहनिर्माण व क्षेत्र विकास मंडल के मुख्य अधिकारी को समिति का सदस्य सचिव बनाया गया है। इस समिति को हर चार महीने में समूह पुनर्विकास परियोजनाओं की समीक्षा करनी होगी।

Created On :   6 March 2024 8:38 PM IST

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