हवाई जहाज की तर्ज पर लोकल और मेल एक्सप्रेस में लगेगा ब्लैक बॉक्स

हवाई जहाज की तर्ज पर लोकल और मेल एक्सप्रेस में लगेगा ब्लैक बॉक्स
  • ट्रेनों के परिचालन और लोको पायलट की गतिविधियों पर रहेगी नजर
  • लगाए जाएंगे वॉइस रिकॉर्डर और सीसीटीवी कैमरे

सुजीत गुप्ता, मुंबई। उड़ीसा के बालासोर में हुई रेल दुर्घटना के बाद रेलवे ने सुरक्षा पर अब विशेष ध्यान देना शुरू कर दिया है। रेलवे ने लोकल ट्रेन के मोटरमेन और गार्ड केबिन के आलावा मेल एक्सप्रेस ट्रेनों के लोकोमोटिव इंजिन के केबिन में वॉइस रिकॉर्डर और इंजिन के अंदर और बहार सीसीटीवी कैमरा लगाने की योजना काम करना शुरू कर दिया हैं। रेलवे का मकसद आपातकालीन स्थिति में ट्रेनों की गतिविधि को रिकॉर्ड करना और इंजन या मोटरमैन केबिन के अंदर होने वाली हरकत का भी रिकॉर्ड रखना है। ये पहल विमान के ब्लैक बॉक्स जैसी है, जहां पूरा डेटा रहता है। इसके लिए रेल बजट में 2.3 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं।

पश्चिम रेलवे ने मेल एक्सप्रेस ट्रेनों में वौइस् रिकॉर्डर और सीसीटीवी कैमरे लगाने की शुरुआत कर दी है। योजना के अनुसार कुल 180 मेल एक्सप्रेस ट्रेनों के लोकोमोटिव इंजन के केबिन में ये डिवाइस लगाए जाने हैं। इनमे से अब तक 30 मेल एक्सप्रेस ट्रेनों में ये डिवाइस लगाए जा चुके हैं। जबकि 150 ट्रेनों में चरणबद्ध तरीके से ये डिवाइस लगाए जाने की योजना है। जहाँ तक बात लोकल ट्रेनों की है तो पश्चिम रेलवे के 112 रेक में वॉइस रिकॉर्डर और सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना है। लोकल के गार्ड और मोटरमेन केबिन को मिलकर कुल 224 डिवाइस लगाए जाएंगे। इसे लगाने की टेंडर प्रक्रिया जारी है। कैमरे मेल एक्सप्रेस ट्रेन के अंदर बहार और ऊपर लगाया जायेगा।

जाँच में होगी आसानी

विमान दुर्घटना के बाद जिस तरह ब्लैक बॉक्स से मदद मिलती है, वैसे ही क्रू वॉइस एंड वीडियो रिकॉर्डिंग सिस्टम (सीवीवीआरएस) से कोई दुर्घटना होने पर जांच में मदद मिलेगी।पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुमित ठाकुर ने बताया कि यह तकनीक सभी लोकल रेक में लगाईं जाएगी। पश्चिम रेलवे के पास कुल 112 रेक हैं यानी इस तरह के 224 सिस्टम लगाए जाएँगे।

मोटरमैन पर रहेगी नज़र

एक वरिष्ठ अधिकारी में बताया कि कई बार चालक दल की हल्की सी लापरवाही से बड़ी दुर्घटना हुई है। कुछ सालों पहले चर्चगेट स्टेशन पर भी ऐसा ही एक हादसा हुआ था जिसमें लोकल ट्रेन डेड एंड से जा टकराई थी और प्लैट्फ़ॉर्म पर कुछ डिब्बे चढ़ गए थे। इस तरह की घटनाओं को ध्यान में रखते हुए सीवीवीआरएस को तैयार किया जा रहा है। मुंबई की लोकल ट्रेनों को चलाने वाले मोटरमैन को कई बार प्लैट्फ़ॉर्म की लाइन से आगे ट्रेन रोकने पर चार्जशीट मिली है और ऐसी घटनाओं की जब जाँच होती है, तब इस सीवीवीआरएस का उपयोग होगा।

मेल एक्सप्रेस ट्रेन के लोको इंजिन में अब तक 30 डिवाइस लगाए जा चुके हैं। जबकि 150 मेल एक्सप्रेस ट्रेनों में लगाने की योजना है। लोकल ट्रैन में ये डिवाइस लगाने की टेंडर प्रक्रिया चल रही है। 112 रेक में ये डिवाइस गार्ड और मोटरमैन केबिन में लगेंगे। - सुमित ठाकुर , मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ,पश्चिम रेलवे

विशेषताएं

नाईट विज़न के साथ उच्च गुणवत्ता के सीसीटीवी कैमरे

स्टोरेज क्षमता 1 टीबी

10 डिग्री से 55 डिग्री सेल्सियस में काम करने की क्षमता

सभी मौसम में काम करने के लिए कारगर

Created On :   10 Jun 2023 7:50 PM IST

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