भाजपा मंडल अध्यक्ष के खिलाफ दर्ज किया था छेड़छाड़ का मामला, ईडी और सीबीआई करेगी जांच

भाजपा मंडल अध्यक्ष के खिलाफ दर्ज किया था छेड़छाड़ का मामला, ईडी और सीबीआई करेगी जांच
  • भाजपा मंडल अध्यक्ष के खिलाफ दर्ज मामला
  • ईडी और सीबीआई करेगी जांच?
  • भाजपाइयों ने कहा, सारे दस्तावेज करेंगे सुपुर्द

डिजिटल डेस्क, एसएन दुबे, कल्याण। डोंबिवली के मानपाड़ा थाने के इंचार्ज शेखर बागड़े को लेकर भाजपाई पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। रविवार शाम इस मामले में एक नया मोड़ आ गया। भाजपा के पास गृह मंत्रालय रहकर भी जब एक पुलिस अधिकारी का तबादला नहीं हुआ, तो अब भाजपा थानेदार बागड़े की संपत्ति की जांच ईडी और सीबीआई से कराने की बात कह रही है। रविवार शाम को डोंबिवली में एक प्रेसवार्ता के दौरान भाजपा के प्रदेश सचिव गुलाबराव करंजुले ने 19 जगहों को नाम के साथ चिन्हित करते हुए कहा कि एक थानेदार के पास 50 से 60 करोड़ रुपए की संपत्ति कहां से और किस तरह आई? इसकी जांच की मांग ईडी और सीबीआई से की जाएगी। पत्रकार परिषद में भाजपा के जिलाध्यक्ष शशिकांत कांबले एवं पूर्व विधायक नरेंद्र पवार सहित कई पदाधिकारी मौजूद थे।

शेखर बागड़े के तबादले को भाजपाई अपनी प्रतिष्ठा बना चुके हैं, इसलिए कुछ भी करने को तैयार हैं। मानपाड़ा के थाना इंचार्ज शेखर बागड़े ने पिछले सप्ताह भाजपा के डोंबिवली (पूर्व) मंडल अध्यक्ष नंदू जोशी के खिलाफ छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया था। मामला दर्ज होते ही भाजपाई उग्र हो गए और अगले दिन थाने का घेराव किया। इतना ही नहीं महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री रवींद्र चव्हाण से भाजपा कार्यकर्ताओं ने शिकायत की और बागड़े के तबादले तक शिंदे गुट को सहयोग नहीं करने का एलान किया था। उसके बाद बागड़े को लेकर शिंदे गुट और भाजपा में ठनी हुई है।

बागड़े की बेहिसाबी संपत्ति को किया सार्वजनिक

-देवलाली में तीन मंजिला इमारत,

- नाशिक के सुमंगलम रेसीडेंसी में 1,600 वर्ग फुट का फ्लैट

- तिरुमला हाइट्स में दो दुकान

- रिद्धि-सिद्धि कन्ट्रक्शन में भागीदार

- सानपाड़ा के महावीर सोसायटी में 24 वीं मंजिल पर 5 करोड़ का फ्लैट

-सिन्नर में फार्महाउस

-देवलाली के मिनीपार्क में 1700 वर्ग फुट का बंगला

-ठाणे के पांचपखाडी में गगनगिरी इमारत में 2,000 वर्ग फुट का फ्लैट

- पिता के खाते में करोड़ों रुपए

-बैंक में तीन करोड़ 25 लाख नकद जमा राशि जैसे 19 बेहिसाबी संपत्ति शामिल है।

दोनों गुटों ने बनाया प्रतिष्ठा का विषय

डोंबिवली में एक थानेदार को लेकर शिंदे गुट और भाजपा ने प्रतिष्ठा का विषय बना लिया है। दोनों पक्षों की अंदरूनी लड़ाई चरम सीमा पर हैऔर कोई पीछे हटने को तैयार नहीं।

भजपा ने चला आखिरी दांव

गृह मंत्रालय से जब एक पुलिस अधिकारी का तबादला नहीं हुआ, तो भाजपा ने आखिरी दांव चल दिया है। कारण गृह मंत्रालय के ऊपर अपरोक्ष रूप से मुख्यमंत्री शिंदे का दबदबा माना जा रहा है। इसलिए अब थानेदार को हटाने की बजाय ईडी और सीबीआई से नकेल कसवाने की जुगत लगाई जा रही है।


Created On :   12 Jun 2023 3:03 PM IST

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