- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- मुंबई
- /
- पुणे हथियार लाइसेंस मामले में...
Mumbai News: पुणे हथियार लाइसेंस मामले में कलंकित लोगों को कब तक बचाएंगे सीएम - अनिल परब

- लाइसेंस के लिए विधान भवन में बैठने वाले एक न्यायाधीश ने की थी सिफारिश- रामदास कदम
- पुणे हथियार लाइसेंस मामला: कलंकित लोगों को कब तक बचाएंगे मुख्यमंत्री फडणवीस- अनिल परब
Mumbai News. पुणे के सचिन घायवल नाम के व्यक्ति को लाइसेंस देने के मामले में विपक्ष के निशाने पर आए राज्य के गृह राज्य मंत्री (शहर) योगेश कदम पर शिवसेना (उद्धव) नेता और पूर्व मंत्री अनिल परब ने गंभीर आरोप लगाते हुए उनकी मंत्रिमंडल से बर्खास्तगी की मांग की है। परब ने कहा कि राज्य को हमेशा बदनाम करने वाले गृह राज्यमंत्री मिलते आए हैं, और योगेश कदम भी उन्हीं में से एक साबित हो रहे हैं। उनके कई विवादित कारनामे मुख्यमंत्री के सामने आ रहे हैं लेकिन बावजूद इसके उन पर कार्रवाई नहीं हो रही है। आखिर कलंकित लोगों को मुख्यमंत्री फडणवीस कब तक बचाएंगे। उधर योगेश के बचाव में उनके पिता रामदास कदम आ गए हैं। रामदास ने गुरूवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि योगेश ने सचिन को लाइसेंस विधान भवन में बैठने वाले एक न्यायाधीश के कहने पर दिया था। रामदास का इशारा विधान परिषद के सभापति राम शिंदे की ओर है।
क्या है मामला?
सचिन घायवल पुणे का एक शिक्षक और व्यवसायी है, जिसे घायवल गिरोह का एक प्रमुख सदस्य माना जाता है। वह कुख्यात गैंगस्टर निलेश घायवल का भाई है, जिस पर कोथरूड गोलीबारी और 2025 में फर्जी पासपोर्ट और आधार कार्ड का इस्तेमाल करके लंदन भागने सहित कई मामले दर्ज हैं। अनिल परब ने कहा कि निलेश का प्रकरण सबके सामने है। उसके गुंडे आम जनता पर खुलेआम फायरिंग कर रहे हैं। सचिन घायवल को पुलिस ने साफ तौर पर हथियार लाइसेंस देने से मना किया था, लेकिन गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने अपनी शक्ति का दुरुपयोग करते हुए उन्हें लाइसेंस मंजूर कर दिया। परब ने कहा कि योगेश अपनी कुर्सी का अपमान कर रहे हैं। गृह राज्य मंत्री का दायित्व कानून और व्यवस्था बनाए रखना होता है, न कि अपराधियों को संरक्षण देना। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस लगातार ऐसे कलंकित लोगों को संरक्षण क्यों दे रहे हैं। परब ने कदम को तुरंत मंत्रिमंडल से बर्खास्त किए जाने की मांग की है और उन्होंने फडणवीस से मिलने का समय मांगा है। उन्होंने कहा कि अगर योगेश पर कार्रवाई नहीं हुई, तो यह मुद्दा आगामी अधिवेशन में उठाया जाएगा।
उधर शिवसेना (शिंदे) नेता और पूर्व गृह राज्य मंत्री रामदास कदम ने गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए अनिल परब द्वारा लगाए गए आरोपों पर जोरदार पलटवार किया। उन्होंने कहा कि योगेश द्वारा सचिन को लाइसेंस देने पर सवाल उठाना गलत है। रामदास ने कहा कि मैंने योगेश से बात की है। योगेश ने मुझे बताया कि वह व्यक्ति (सचिन) एक बड़ी सिफारिश से आया था, जिसके पास उच्च पद है। योगेश कदम ने उसका नाम मुख्यमंत्री को भेजा था। जब ऐसी ऊंची सिफारिश आई तो उन्होंने गृह राज्य मंत्री के नाते फैसला लिया। इसके सारे कागजात मौजूद हैं। मामला बढ़ता देख योगेश कदम ने भी अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि जब उन्होंने सचिन को लाइसेंस दिया था तो साल 2015 से 2025 के बीच उन पर कोई मामला दर्ज नहीं हुआ। जिसके आधार पर सचिन को लाइसेंस दिया गया।
Created On :   9 Oct 2025 10:11 PM IST