Mumbai News: शरद पवार का साथ छोड़ना चूक थी, भास्कर जाधव लेंगे राजनीति से रिटायरमेंट!

शरद पवार का साथ छोड़ना चूक थी, भास्कर जाधव लेंगे राजनीति से रिटायरमेंट!
  • आज भी उद्धव से बगैर अपॉइंटमेंट मिलता हूं
  • शरद पवार का साथ छोड़ना चूक थी

Mumbai News. शिवसेना (उद्धव) नेता एवं विधायक भास्कर जाधव ने नाराजगी के चलते राजनीति से रिटायरमेंट के संकेत दिए हैं। भास्कर ने एक कार्यक्रम में अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें ठाकरे की शिवसेना में उनकी योग्यता के अनुसार अवसर नहीं दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राकांपा (शरद) अध्यक्ष शरद पवार का साथ छोड़ना उनकी चूक थी। जाधव के बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चा शुरू हो गई है कि क्या वह भी जल्द उद्धव गुट से जुदा होने वाले हैं। हालांकि मामला बढ़ता देख उन्होंने अपने बयान पर सफाई भी दी है।

क्या कहा था भास्कर जाधव ने?

भास्कर जाधव ने एक साक्षात्कार में कहा था कि शरद पवार को छोड़कर शिवसेना (अविभाजित) में शामिल होना उनके जीवन की सबसे बड़ी गलती थी। जाधव ने कहा कि मैं एक बार फिर स्पष्ट करता हूं कि मैंने जो फैसला लिया वह गलत था। मैंने किसी को कुछ भी गुप्त रूप से नहीं कहा है। आठ बार चुनाव जीतने के बाद किसी को भी रुकने के बारे में सोचना चाहिए। भास्कर ने आगे कहा कि महायुति और महाआघाडी की सरकार में मुझे मंत्री पद मिलना चाहिए था। मैंने तब भी कहा था, मैं आज भी कहता हूं और कल भी कहूंगा। मुझे मंत्री क्यों नहीं बनाना चाहिए था, अगर किसी के पास इसका कोई कारण है, तो उन्हें इसका स्पष्टीकरण देना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब मुझे मंत्री नहीं बनाया गया तो मैं बैठकर रोया नहीं, बल्कि लड़ा। मैं उन लोगों के साथ भी नहीं गया जो मंत्री पद नहीं मिलने के कारण अलग हो गए। मैं आज भी लड़ रहा हूं।

जाधव ने कहा कि आठ बार चुनाव जीतने के बाद लगता है कि अब मुझे रुकने के बारे में सोचना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुझे उद्धव ठाकरे से मिलने के लिए न तो कभी अपॉइंटमेंट लेना पड़ता है और न ही मुझे गेट पर रोका जाता है। मातोश्री के बाहर सुरक्षा गार्ड मुझे पहचान लेते हैं। लेकिन मैं अनुशासन का पालन करता हूं। जाधव के रिटायरमेंट के बयान पर शिवसेना (उद्धव) सांसद संजय राऊत ने कहा कि मुझे नहीं लगता है कि जाधव नाराज हैं। लेकिन अगर कोई सत्ता के लालच में पार्टी छोड़कर जाता है तो किसी को रोका नहीं जा सकता है। राऊत ने कहा कि अजित पवार भी सत्ता के लालच के चलते शरद पवार को छोड़कर चले ही गए थे।

Created On :   23 Jun 2025 9:12 PM IST

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