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Mumbai News: नासिक पुणे हाई स्पीड रेल परियोजना की लागत बढ़ कर 25000 करोड़ तक पहुंची

- परियोजना विवाद में फंसी
- पांच साल में परियोजना की लागत 16,000 करोड़ रुपये थी
Mumbai News देश की पहली सेमी हाई स्पीड रेल नासिक और पुणे के बीच चलनी थी। पर पिछले छह साल से चल रही यह परियोजना अब ठप हो गई है। राज्य सरकार की महारेल द्वारा इस पर काम शुरू करने और जमीन अधिग्रहण करने के बाद भी केंद्र सरकार ने इस परियोजना को खुद से लागू करने का फैसला नहीं किया है। यह परियोजना विवाद में फंसी हुई है।
महारेल के एक अधिकारी ने बताया कि पुणे, अहिल्या नगर और नासिक जिलों को जोड़ने वाली पुणे-नासिक हाई स्पीड रेलवे के लिए तीनों जिलों में कुछ जमीन अधिग्रहित की गई हैं, लेकिन वास्तविक मंजूरी के अभाव में भूमि अधिग्रहण का काम भी आगे नहीं बढ़ सका। राज्य सरकार ने अब तक भूमि अधिग्रहण के लिए 500 करोड़ रुपये से अधिक की राशि वितरित की है। इस परियोजना को हरी झंडी कब मिलेगी, इसका इंतजार है। मंजूरी मिलने में देरी के कारण पांच साल में परियोजना की लागत 16,000 करोड़ रुपये से बढ़कर 25,000 करोड़ रुपये हो गई है। नतीजतन, परियोजना को तत्काल मंजूरी देने की मांग जोर पकड़ रही है।
दरअसल, 2019 में शुरू हुई इस परियोजना की पहल "महारेल' ने की थी। राज्य सरकार और नीति आयोग की मंजूरी मिलने के बाद पुणे-नासिक रेलवे परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण शुरू किया गया था। यह भी तय हुआ था कि राज्य सरकार परियोजना के लिए 40 प्रतिशत निधि उपलब्ध कराएगी और "महारेल' लागत का 60 प्रतिशत वहन करेगी। इस प्रस्ताव को मंजूरी के लिए केंद्रीय रेल मंत्रालय को भेजा गया था। जिसके बाद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सैद्धांतिक मंजूरी दे दी। हालांकि, अब जब केंद्र सरकार ने यह रुख अपनाया है कि इस परियोजना को केंद्र सरकार ही पूरा करेगी, तो अब पुणे-नासिक सेमी-हाई-स्पीड रेलवे परियोजना को केंद्रीय रेल मंत्रालय से मंजूरी का इंतजार है।
जब तक परियोजना को मंजूरी नहीं मिल जाती, तब तक इस परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण आगे नहीं बढ़ सकता। भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया फिलहाल रोक दी गई है। अन्यथा भूमि अधिग्रहण करके सरकार का पैसा बर्बाद होगा। -राजेश कुमार जायसवाल, प्रबंध निदेशक, महारेल
पुणे-नासिक सेमी हाईस्पीड रेडः एक नजर में
पुणे नासिक की दूरी 235 किलोमीटर है
दो घंटे का सफर
20 प्रस्तावित स्टेशन
परियोजना के तहत 18 सुरंगें बनेंगी
सुरंगों की कुल लंबाई 21 किलोमीटर होगी
रास्ते में 70 पुल बनाए जाएंगे
96 सबवे का होगा निर्माण
46 फ्लाईओवर
Created On :   14 Jun 2025 7:57 PM IST