Mumbai News: शैक्षणिक प्रमाणपत्र और प्रतिज्ञापत्र दाखिल करने के लिए स्टाम्प पेपर मांगना गैर कानूनी - बावनकुले

शैक्षणिक प्रमाणपत्र और प्रतिज्ञापत्र दाखिल करने के लिए स्टाम्प पेपर मांगना गैर कानूनी - बावनकुले
  • अधिकारियों को फटकार लगाते हुए इसे गैर कानूनी करार दिया
  • स्टाम्प पेपर देने के नियम को रद्द कर दिया गया

Mumbai News प्रदेश के राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने सरकारी ई-सेवा केंद्रों में विभिन्न शैक्षणिक प्रमाणपत्र और न्यायालय में प्रतिज्ञापत्र दाखिल करने के लिए सौ रुपए और पांच सौ रुपए का स्टाम्प पेपर मंगाने को लेकर कड़ी नाराजगी जताई है।

उन्होंने स्टाम्प पेपर की मांग करने वाले अधिकारियों को फटकार लगाते हुए इसको गैर कानूनी करार दिया है। बावनकुले ने इस संबंध में राज्य के सभी विभागीय आयुक्तों, जिलाधिकारियों, उपविभागीय अधिकारियों और तहसीलदारों को पत्र भी जारी किया है। जिसमें उन्होंने कहा है कि नागरिकों को अनावश्यक परेशान करने वाले अधिकारियों को माफ नहीं किया जाएगा। बावनकुले ने कहा कि दो महीने पहले ही विद्यार्थियों, अभिभावकों, पक्षकारों और किसानों को जाति पड़ताल प्रमाणपत्र, आय प्रमाणपत्र, रहिवासी प्रमाणपत्र, नॉन क्रिमिलेयर सर्टिफिकेट, राष्ट्रीयता प्रमाणपत्र और न्यायालय में प्रतिज्ञापत्र के लिए स्टाम्प पेपर देने के नियम को रद्द कर दिया गया है। इससे सरकारी कार्यालयों में प्रमाणपत्र और न्यायालय में शपथपत्र जमा करने के लिए स्टाम्प पेपर की आवश्यकता नहीं होती है।

केवल कागज पर स्वयं-प्रमाणित शपथपत्र जमा करना होता है। बावनकुले ने कहा कि स्टाम्प पेपर जमा नहीं करने के फैसले का आर्थिक रूप से कमजोर तबके के नागरिकों को फायदा हो रहा है। लेकिन कई जगहों पर नागरिकों से स्टाम्प पेपर मांगने की शिकायतें मिल रही हैं। इसलिए अधिकारियों को स्टाम्प पेपर मांगना बंद कर देना चाहिए।

Created On :   7 Jun 2025 7:23 PM IST

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