Mumbai News: शशिकांत शिंदे बने राकांपा शरद के नए प्रदेश अध्यक्ष, जयंत पाटील हुए भावुक

शशिकांत शिंदे बने राकांपा शरद के नए प्रदेश अध्यक्ष, जयंत पाटील हुए भावुक
  • जयंत पाटील अध्यक्ष पद छोड़ते समय हुए भावुक
  • शशिकांत शिंदे बने राकांपा शरद के नए प्रदेश अध्यक्ष
  • साल 2009 से 2014 में कोरेगांव विधानसभा सीट से विधायक चुने गए

Mumbai News. राकांपा (शरद) की महाराष्ट्र इकाई को नया प्रदेश अध्यक्ष मिल गया है। जयंत पाटील के इस्तीफे के बाद सर्वसम्मति से राकांपा (शरद) अध्यक्ष शरद पवार की उपस्थिति में शशिकांत शिंदे की प्रदेश अध्यक्ष के रूप में नियुक्ति की घोषणा की गई। शिंदे को शरद पवार का करीबी माना जाता है। यही कारण है कि पवार ने उन्हें पार्टी का प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया है। मंगलवार को पार्टी की अहम बैठक में नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम की घोषणा की गई। जयंत पाटील ने प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए खुद शशिकांत शिंदे के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसका पार्टी के सभी नेताओं और पदाधिकारियों ने समर्थन किया और उन्हें सर्वसम्मति से चुन लिया गया। इस मौके पर जयंत पाटील भावुक हो गए। शरद गुट के प्रदेश अध्यक्ष पद का दावेदार रोहित पवार भी माने जा रहे थे। लेकिन पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने शशिकांत शिंदे के नाम पर मुहर लगाई। शशिकांत ने साल 2024 का लोकसभा चुनाव महाविकास अघाड़ी के उम्मीदवार के रूप में सातारा से भाजपा समर्थित छत्रपति उदयनराजे भोसले के खिलाफ लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। वर्तमान में शिंदे महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य हैं और शरद पवार गुट के मुख्य सचेतक के रूप में कार्यरत हैं। शिंदे की नियुक्ति को संगठनात्मक मजबूती की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। उन्हें पार्टी के जमीनी कार्यकर्ताओं और वरिष्ठ नेताओं के बीच एक सेतु के रूप में देखा जा रहा है। गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले जयंत पाटील ने प्रदेशाध्यक्ष पद से मुक्त होने की बात कही थी।

कौन हैं शशिकांत शिंदे?

शशिकांत शिंदे महाराष्ट्र के सातारा जिले के जावली तालुका के हुमगांव के निवासी हैं। उन्होंने वाणिज्य में स्नातक की उपाधि प्राप्त की है और शिंदे की पहचान माथाडी मजदूरों के नेता के रूप में होती है। शशिकांत का जन्म 19 अक्टूबर 1963 को हुआ था। बहुत कम उम्र में ही उन्होंने सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्रों में सक्रियता दिखाई। वर्ष 1999 में उन्होंने पहली बार जावली विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और 12 हजार वोटों के अंतर से जीत हासिल की। पूर्व की सरकार में शिंदे जल संसाधन मंत्री के रूप में भी कार्य कर चुके हैं।

- साल 1999 से 2009: जावली विधानसभा से दो बार विधायक चुने गए।

- साल 2009 से 2014: कोरेगांव विधानसभा सीट से विधायक चुने गए।

- साल 2013 से 2014: राज्य सरकार में मंत्री बने।

- साल 2019 में कोरेगांव से विधानसभा चुनाव हार गए।

- साल 2020 में पार्टी ने विधान परिषद में भेजा।

- साल 2024 पहले लोकसभा चुनाव हारे बाद में विधानसभा चुनाव भी हारे।

Created On :   15 July 2025 9:56 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story