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Mumbai News: रायगड का पालकमंत्री पद पाने शिंदे के मंत्री भरत गोगावले पर लगा अघोरी पूजा करने का आरोप

- राकांपा (अजित) नेता सूरज चव्हाण ने जारी किया वीडियो
- गोगावले ने आरोपों से किया इनकार
Mumbai News. शिवसेना (शिंदे) नेता और राज्य सरकार में मंत्री भरत गोगावले एक बार फिर चर्चा में हैं। राकांपा (अजित) प्रदेश युवक अध्यक्ष एवं प्रवक्ता सूरज चव्हाण ने भरत गोगावले पर रायगढ़ का पालक मंत्री पद पाने के लिए उन पर अघोरी पूजा करने का आरोप लगाया है। चव्हाण ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें गोगावले तीन महंतों के सामने पूजा करते हुए दिखाई दे रहे हैं। चव्हाण का दावा है कि गोगावले रायगड का पालकमंत्री पद पाने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं। यही कारण है कि वह इस पद को पाने के लिए अघोरी पूजा का सहारा ले रहे हैं। गोगावले के इस वीडियो पर महाराष्ट्र की राजनीतिक गरमा गई है। लेकिन गोगावले ने अपने ऊपर लगे हुए आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है।
क्या है सूरज चव्हाण का दावा?
राज्य की देवेंद्र फड़णवीस सरकार में रायगड के पालकमंत्री पद को लेकर राकांपा (अजित) और शिवसेना (शिंदे) के नेताओं में तनातनी बरकरार है। इस बीच राकांपा (अजित) युवक प्रदेश अध्यक्ष सूरज चव्हाण ने शिंदे के मंत्री भरत गोगावले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया है। जिसमें उन्होंने दावा किया है कि गोगावले रायगड का पालकमंत्री पद पाने के लिए अघोरी पूजा कर रहे हैं। चव्हाण ने सोशल मीडिया पर जो वीडियो शेयर किया है उसमें गोगावले तीन महंतों के साथ पूजा कर रहे हैं। हालांकि पूजा किसकी की जा रही है इस बारे में साफ कुछ नहीं कहा जा सकता। सूरज का दावा है कि अगर गोगावले साधारण पूजा कर रहे होते तो वहां मूर्तियां होती। लेकिन यह साफ हो गया है कि वो अघोरी पूजा कर रहे थे ताकि वह रायगड का पालकमंत्री पद पा सकें।
चव्हाण ने कहा कि कुछ दिन पहले उद्धव गुट के नेता वसंत मोरे ने भी भरत गोगावले का एक वीडियो साझा करते हुए दावा किया था कि उन्होंने अघोरी पूजा की है। उन्होंने कहा कि एक संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति द्वारा इस प्रकार बाबाओं से पूजा करवाना निंदनीय है। ऐसी बातों को प्रोत्साहन नहीं मिलना चाहिए। राज्य की अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति को इसकी जांच करनी चाहिए।
मैंने अघोरी की पूजा नहीं की- गोगावले
इन आरोपों को भरत गोगावले ने सिरे से खारिज किया है। उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि अगर मुझे अघोरी पूजा करनी ही होती, तो क्या केवल पालकमंत्री पद के लिए ही करता? उन्होंने आगे कहा कि हम तो पंढरपुर, सिद्धिविनायक, स्वामी समर्थ के मंदिरों में प्रार्थना करते हैं। अघोरी पूजा जैसी कोई बात नहीं है। वैसे जानकारों का मानना है कि अघोरी पूजा एक तंत्र-मंत्र के द्वारा की गई पूजा होती है। इसके जरिए मन्नत मांगी जाती है।
फडणवीस को हटाने के लिए हुई अघोरी पूजा- संजय राऊत
शिवसेना (उद्धव) सांसद एवं प्रवक्ता संजय राऊत ने गोगावले द्वारा की गई अघोरी पूजा पर निशाना साधते हुए कहा कि गोगावले ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को हटाने के लिए अघोरी पूजा की है। जिस तरह से फड़णवीस ने मंत्रियों के अधिकारियों की नियुक्ति पर नजर रखी थी, अब उन्हें मंत्रियों की नियुक्ति करने में भी सावधानी बरतनी चाहिए।
Created On :   19 Jun 2025 9:26 PM IST