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Mumbai News: पर्यटन मंत्री शंभूराज देसाई मेघदूत बंगले में गृह प्रवेश करते समय हुए भावुक

- 55 वर्ष पहले की बात याद कर देसाई और उनकी मां की नम हुईं आंखें
- बंगले में गृह प्रवेश करते समय हुए भावुक
Mumbai News. राज्य सरकार में पर्यटन मंत्री शंभूराज देसाई ने रविवार को अपने नए शासकीय निवास 'मेघदूत' बंगले में परिवार सहित गृह प्रवेश किया। लेकिन गृह प्रवेश के मौके पर देसाई करीब 55 वर्ष पहले की घटना को लेकर अपनी मां के साथ भावुक हो गए। दरअसल ये मेघदूत बंगला वही स्थान है, जहां मंत्री शंभूराज देसाई का जन्म हुआ था और उन्होंने अपने जीवन के पहले पांच वर्ष यहां बिताए। देसाई के दादा एवं लोकनेता बालासाहेब देसाई को जब राज्य सरकार में मंत्री पद मिला था तो उन्हें यही बंगला आवंटित हुआ था। लगभग 55 वर्षों के बाद उसी घर में दोबारा प्रवेश करते हुए मां-बेटे दोनों भावुक हो गए। शंभूराज की मां विजया देवी ने इस अवसर पर कहा कि मैं चाहती थी कि शंभूराज कलेक्टर बने, लेकिन आज वह उससे भी बड़ा बन गया है।
बंगले में प्रवेश करते समय अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए शंभूराज ने कहा कि उनकी इस बंगले से जुड़ी अनेक स्मृतियाँ हैं। उन्होंने कहा कि मेरा जन्म इसी बंगले में हुआ। देसाई ने उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का आभार प्रकट करते हुए कहा कि मेरे एक अनुरोध पर शिंदे ने यह बंगला मेरे लिए छोड़ दिया। आज गृह प्रवेश के साथ-साथ मेरी मां का जन्मदिन भी है। इस विशेष दिन को मैं कभी नहीं भूलूंगा। उन्होंने यह भी कहा कि वे अपने दादा बालासाहेब देसाई की तरह जनसेवा को ही अपना उद्देश्य मानते हैं और समाज के लिए समर्पित रहेंगे।
मैं चाहती थी बेटा कलेक्टर बने- विजया देवी देसाई
शंभूराज देसाई की मां विजया देवी देसाई ने इस मौके पर कहा कि मुझे शंभूराज को कलेक्टर बनाना था, लेकिन वह आज कलेक्टर से भी बड़ा बन गया। वह विधायक बना, मंत्री बन गया। विजया ने कहा कि हमने ‘पावनगड’ बंगले में भी समय बिताया, लेकिन मन हमेशा ‘मेघदूत’ में ही अटका रहा। लेकिन वर्षों पुराना सपना भी पूरा हो गया। उन्होंने कहा कि अगर शंभूराज के पिता आज होते तो यह देखकर बहुत खुश होते।
Created On :   3 Aug 2025 9:35 PM IST